लोगों को आए दिन बेईमानी और ठगी के किस्से सुनने को मिलते हैं, वहीं राजस्थान के दौसा जिले में एक बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने ईमानदारी की मिसाल पेश की. डीग से जयपुर जा रही राजस्थान लोक परिवहन सेवा की बस में एक बुजुर्ग यात्री का दो लाख 35 हजार रुपए से भरा बैग छूट गया था. इससे बुजुर्ग यात्री परेशान हो गए. उन्होंने किसी तरह से बस के कंडक्टर और ड्राइवर से संपर्क साधा. दोनों ने अगले दिन इस बुजुर्ग यात्री को उसका रुपयों से भरा बैग वापस कर दिया. खुश बुजुर्ग ने कंडक्टर और ड्राइवर को माला और साफा पहनाकर स्वागत किया. उन्होंने दोनों को ईनाम के रूप में 11 सौ रुपये देकर सम्मानित किया.
बस ड्राइवर और कंडक्टर का सम्मान
मिली जानकारी के मुताबिक रेवडमल ग्राम खोचपुरी निवासी एक बुजुर्ग मंगलवार सुबह करीब आठ बजे जयपुर जाने के लिए बस में सवार हुए. उनके पास पैसों से भरा बैग था. इसे वे सीट पर रखकर उतरते समय भूल गए. बाद में जब उन्हें याद आया तो उन्होंने तुरंत बस स्टैंड और आसपास के लोगों से पूछताछ शुरू की. इस दौरान महवा बस अड्डे पर बस संचालन देख रहे कमल राम मीणा को सूचना दी गई. उन्होंने तत्परता दिखाते हुए संबंधित बस के ड्राइवर दिगंबर मीणा और कंडक्टर बबलू मीणा से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि बस में छोड़ा गया बैग उनके पास सुरक्षित है. बुधवार सुबह बस के महवा लौटने पर बबलू मीणा ने वह बैग जस का तस बुजुर्ग को सौंप दिया.
अपना रुपयों से भरा बैग पाने के बाद बस के यात्री ने ड्राइवर और कंडक्टर को माला पहनाकर और साफा बांधकर स्वागत किया.
अपना खोया हुआ बैग पाकर बुजुर्ग की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उन्होंने भावुक होकर कहा, ''आज भी इंसानियत जिंदा है.जिन लोगों ने मेरे इतने पैसे लौटाए,वे मेरे लिए फरिश्ता हैं.''
रेवडमल में बुधवार को ग्रामीणों की मौजूदगी में बुजुर्ग ने दिगंबर मीणा और कंडक्टर बबलू मीणा का माला और साफा पहनाकर स्वागत किया. बुजुर्ग ने उन्हें इनाम के रूप में 11 सौ रुपये दिए. उन्होंने कमल राम मीणा को भी सम्मानित किया. इस घटना की दौसा जिले में चर्चा है. लोगों ने दिगंबर मीणा और कंडक्टर बबलू मीणा की ईमानदारी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कर्मठ और सच्चे कर्मचारी ही समाज के लिए प्रेरणा हैं.
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