Bulli Bai app case: ‘बुली बाई' ऐप ('Bulli Bai' Aap Case) मामले में गिरफ्तार युवक नीरज कुमार सिंह के परिवार के सदस्यों ने गुरुवार को ये दावा किया कि उसे जांच में मदद के लिए मुंबई ले जाया गया है. मुंबई के एक अधिकारी के मुताबिक, एमबीए कर चुका नीरज सिंह कथित तौर पर ऐप की योजना बनाने में शामिल था. जिला पुलिस अधीक्षक विकास चंद्र दास ने संवाददाताओं को बताया कि मुंबई पुलिस के साइबर प्रकोष्ठ ने दिन में नीरज को झारसुगुडा के ब्रजराज नगर से गिरफ्तार किया और स्थानीय अदालत में पेश कर ‘ट्रांजिट रिमांड' पर ले लिया. आपको बता दें कि ‘बुली बाई' ऐप के जरिए कथित तौर पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें ऑनलाइन डालकर उनकी बोली लगाई जाती थी.
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नीरज के वकील पी राममोहन राव के अनुसार पुलिस को संदेह है कि नीरज ऐप की योजना बनाने और इसे शुरू करने में शामिल हो सकता है. हालांकि, आरोपी के भाई मुकेश कुमार सिंह ने दावा किया कि उसे मुंबई पुलिस से पता चला है कि नीरज को मामले की जांच में मदद करने के लिए महाराष्ट्र की राजधानी ले जाया गया है.
इनकी हुई है अब तक गिरफ्तारी
'Bulli Bai' ऐप केस में अभी तक चार लोगों को पकड़ा गया है. नीरज कुमार सिंह के अलावा इस मामले में मुंबई की साइबर पुलिस ने 21 साल के मयंक रावल, 19 साल की श्वेता सिंह को और बेंगलुरु से 21 साल के इंजीनियरिंग छात्र विशाल कुमार झा को गिरफ्तार किया था.