यूपी विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू, सपा विधायकों ने किया जमकर हंगामा

सपा की अगुवाई में पहले से अधिक मजबूत हुआ विपक्ष कानून-व्यवस्था और बढ़ती महंगाई समेत विभिन्न मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बना चुका है.

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लखनऊ:

यूपी विधासभा (UP Assembly) का बजट सत्र (Budget session) आज से शुरू हुआ, जिसमें समाजवादी पार्टी के विधायकों ने जमकर हंगामा किया. राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सपा विधायकों ने हाथ में बैनर लेकर अपना विरोध दर्ज करवाया. सपा विधायकों ने महंगाई और कुशासन को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. इस बजट सत्र के ज्यादा हंगामेदार रहने के आसार है. सपा की अगुवाई में पहले से अधिक मजबूत हुआ विपक्ष कानून-व्यवस्था और बढ़ती महंगाई समेत विभिन्न मुद्दों पर राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बना चुका है. यह राज्य की 18वीं वधानसभा का पहला सत्र है. वार्षिक बजट 2022-2023 आगामी 26 मई को सदन के पटल पर रखे जाने की संभावना है.

सीसामऊ सीट से सपा विधायक हाजी इरफान सोलंकी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया 'हम सरकार को सदन में घेरेंगे. मौजूदा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पेट्रोल-डीजल से लेकर खाने-पीने की चीजों तक की महंगाई के लिए जिम्मेदार है. प्रदेश की कानून-व्यवस्था बदतर हो चुकी है। राज्य का स्वास्थ्य क्षेत्र बुरे दौर से गुजर रहा है और अस्पतालों में मरीजों के तीमारदारों से मारपीट की जा रही है. स्थिति बहुत गंभीर है. हम विधानसभा में इन सभी मुद्दों को उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे.' महराजगंज की फरेंदा सीट से कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कहा 'प्रदेश के लोग बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी से बहुत परेशान हैं. ये ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें हम सदन में उठाएंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे.'

बहुजन समाज पार्टी के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा 'मैं राज्य के लोगों की समस्याओं को उठाने की कोशिश करूंगा क्योंकि सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है। महंगाई मुख्य समस्या है. इसके अलावा बिजली की कटौती भी एक प्रमुख परेशानी है. प्रदेश के गांवों में बहुत कम बिजली आ रही है. यहां तक कि राजधानी लखनऊ के वीआईपी क्षेत्रों में भी बिजली कटौती हो रही है.'

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प्रदेश की 18वीं विधानसभा में भाजपा के 255 विधायक हैं. इसके अलावा उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के 12 तथा निषाद पार्टी के छह सदस्य हैं. दूसरी ओर, विपक्ष इस बार ज्यादा मजबूत हुआ है. मुख्य विपक्षी दल सपा के 111 विधायक हैं जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल के आठ तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के छह विधायक हैं. कांग्रेस तथा जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो-दो तथा बहुजन समाज पार्टी का एक सदस्य है. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विधानमंडल के बजट सत्र से पहले जोर देकर कहा कि पहले सत्र से ही सदन प्रदेश की जनता की आकांक्षाओं को पूरा करेगा.

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(इनपुट्स भाषा से भी)

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