केरल के मंत्री के 'फंड' वाले बयान पर क्यों मचा है इतना घमासान, पढ़िए क्या है पीछे की पूरी कहानी 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में बजट भाषण पेश किए जाने के तुरंत बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि यह राज्य के लिए निराशाजनक बजट था. उन्होंने कहा कि केंद्र ने वायनाड के पुनर्निर्माण के लिए फंड के उनके अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
केरल के मंत्री के बयान से क्यों मचा है इतना घमासान

केरल एक मंत्री इन दिनों अपने बयान को लेकर इन दिनों खासे चर्चाओं में हैं. उनका यह बयान अब सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है. केरल के इस मंत्री का नाम जॉर्ज कुरियन है. इन्होंने आम बजट में केरल को लेकर कोई खास घोषणाएं ना होने से गुस्सा होकर कहा कि अगर आपको फंड चाहिए तो केरल को पहले पिछड़ा हुआ साबित करना होगा. उनके इसी बयान से अब सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. कहा जा रहा है कि मंत्री महोदय आम बजट में केरल की अनदेखी किए जाने से भी खफा थे. 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में बजट भाषण पेश किए जाने के तुरंत बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि यह राज्य के लिए निराशाजनक बजट था. उन्होंने कहा कि केंद्र ने वायनाड के पुनर्निर्माण के लिए फंड के उनके अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया है. ये इसलिए भी खास है क्योंकि पिछले साल जुलाई में यहां हुए भूस्खलन ने 400 से अधिक लोगों की जान ले ली थी. बजट में केरल के विझिंजम बंदरगाह की भी अनदेखी की गई.हमने विशेष वायनाड भूस्खलन पैकेज के अलावा 24,000 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज का अनुरोध किया था. विझिंजम बंदरगाह के राष्ट्रीय महत्व को देखते हुए हमने इसके लिए भी समर्थन का अनुरोध किया था लेकिन इनमें से किसी पर भी विचार नहीं किया गया. 

केरल को शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में अपने लाभ के लिए दंडित किया जा रहा है. कहा कि हमारे राज्य को ज्यादा की जरूरत नहीं है,हम पहले से ही कई क्षेत्रों में आगे हैं.कुछ ऐसे क्षेत्र भी हैं जहां केरल पिछड़ रहा है.लेकिन हमें इन क्षेत्रों के उत्थान के लिए केंद्र सरकार से कोई समर्थन नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि इस बजट में केरल को बुरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है और यह हमारे लिए अस्वीकार्य है. 

Advertisement
Featured Video Of The Day
Delhi Assembly Elections 2025 के लिए कौन कितना तैयार? देखिए NDTV Special, खुली कार...चार पत्रकार
Topics mentioned in this article