तमिलनाडु चॉपर क्रेश में मारे गए देश के जांबाज अफसर ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर का शु्क्रवार को बरार स्क्वेयर श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया. बेहद भावनात्मक माहौल में ब्रिगेडियर लखविंदर की पत्नी गीतिका और बेटी आशना लिड्डर ने आज सुबह उन्हें 'अंतिम विदाई' दी. न्यूज एजेंसी ANI की ओर से शेयर किए गए भावना से भरे दृश्यों में गीतिका को अपने पति के राष्ट्रीय ध्वज से लिपटे ताबूत के आगे भरी आंखों से सिर झुकाए और इसे किस करते देखा जा सकता है. ब्रिगेडियर लिड्डर की बेटी आशना भी मां के साथ है और गुलाब की पंखुड़िया पिता की पार्थिव देह पर समर्पित कर रही है .
इससे पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में शामिल थे. सेना, नौसना और वायुसेना प्रमुख सहित कई सैन्य अधिकारियों ने भी नम आंखों से ब्रिगेडियर लिड्डर को श्रद्धासुमन अर्पित किए. तमिलनाडु में बुधवार को हुई इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मौत हुई थी.
गौरतलब है कि ब्रिगेडियर लिड्डर की जड़े हरियाणा के पंचकूला से थीं. वे एक वर्ष से अधिक समय से जनरल रावत के स्टाफ में डिफेंस असिस्टेंट के तौर पर थे. उनके नाम को मेजर जनरल के तौर पर प्रमोशन के लिए मंजूरी मिली थी और बतौर डिवीजन ऑफिसर चार्ज लेने के लिए उन्हें जल्द ही जनरल रावत के स्टाफ को छोड़ना था.जम्मू और कश्मीर राइफल्स में कमीशन प्राप्त, ब्रिगेडियन लिड्डर ने इससे पहले रेजीमेंट की दूसरी बटालियन की कमान संभाली थी. वे कजाकिस्तान में भारत के defence attache के तौर पर भी सेवाएं दे चुके थे और उन्हें काउंटर टैरेरिज्म विशेषज्ञ माना जाता था. उन्हें सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल मिला था. (एएनआई से भी इनपुट)