बिहार में पुल और पुलिया ध्वस्त होने का सिलसिला अभी थमा नहीं है. पटना जिले के कसहा दियारा गांव में सिमरिया से बेगूसराय जाने वाली ग्रामीण सड़क की एक पुलिया पूरी तरह ध्वस्त हो गई है. पुलिया से सटे एक दूसरी पुलिया भी ध्वस्त होने के कगार पर है.
ग्रामीणों ने बताया कि गंगा नदी के जल स्तर में उफान आने से यह पुलिया अचानक भरभरा कर जमींदोज हो गई. पुलिया के ध्वस्त होने से आस-पास के लोगों में हड़कंप मच गया. बेगूसराय जाने वाली यह ग्रामीण सड़क मोकामा को जोड़ती है. मोकामा प्रखंड के कसहा दियारा का संपर्क पूरी तरह भंग हो गया है. सिर्फ दो पहिया वाहनों का परिचालन हो रहा है. पुलिया लगभग पांच साल पहले बनाई गई थी. पुलिया के ध्वस्त होते ही विभागीय अधिकारियों में खलबली मच गई.
दरअसल, पुल गिरने की घटना भवन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है. पुल गिरने की घटना, निर्माण कार्य में खराब गुणवत्ता वाला मेटेरियल का उपयोग और भूमि जांच में गड़बडी की बात को उजागर करता है और इस तरह की घटना बिहार के सरकारी सिस्टम पर सवालिया निशाना है. बीते 10 सालों से बिहार के कई जिलों में पुर गिरे, भ्रष्टाचार को लेकर सिस्टम पर सवाल भी खड़े हुए. लेकिन जवाब अभी तक नहीं मिला.