प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ भ्रष्टाचार के नए आरोप लगाए. केंद्रीय एजेंसी के मुताबिक दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के एक पूर्व मुख्य अभियंता ने विभाग में अपने सहयोगियों और दिल्ली में सत्तारूढ़ पार्टी को रिश्वत के दो करोड़ रुपये चुनावी चंदे के रूप में ‘हस्तांतरित' किए थे. ईडी ने फरवरी में एक प्रेस विज्ञप्ति में इसी तरह का आरोप लगाया था। उसने कहा था कि डीजेबी अनुबंध में भ्रष्टाचार से प्राप्त ‘रिश्वत की राशि' आप को चुनावी चंदे के रूप में ‘हस्तांतरित' की गयी.
ईडी ने मामले में पूछताछ के लिए हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन जारी किया था, लेकिन वह जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए. इस बीच, आप के राष्ट्रीय संयोजक को ईडी ने दिल्ली की अब रद्द हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया है और वह इस समय न्यायिक हिरासत में हैं.
‘आप' के खिलाफ नया आरोप तब लगाया गया जब ईडी ने मंगलवार को कहा कि उसने डीजेबी के पूर्व मुख्य अभियंता जगदीश कुमार अरोड़ा, उनकी पत्नी अलका अरोड़ा, उप-ठेकेदार और इंटीग्रल स्क्रू इंडस्ट्रीज के मालिक अनिल कुमार अग्रवाल और एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की 8.8 करोड़ रुपये की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क की है.
ईडी ने जगदीश कुमार अरोड़ा और अग्रवाल को जनवरी में गिरफ्तार किया था और वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. संघीय एजेंसी ने हाल में ही अलका अरोड़ा को छोड़कर इन सभी लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था.