बॉलीवुड हीरो चंद्रचूड़ kr उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में परिवार से जुड़ी हवेली पर मालिकाना हक का विवाद गहरा गया है. इस प्रॉपर्टी विवाद को लेकर फिल्म अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह को मुंबई से जिलाधिकारी कार्यालय अलीगढ़ आना पड़ा. अलीगढ़ में उनकी करोड़ों की हवेली और अन्य संपत्तियों को लेकर परिवार के अन्य रिश्तेदारों से भारी विवाद चल रहा है. चंद्रचूड़ ने मंगलवार को अपनी मां के साथ सिविल लाइन में डीएम से मुलाकात कर अपनी बात रखी. चंद्रचूड़ ने चाची और अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ शिकायत में आरोप लगाया है कि हवेली को बेचने की साजिश की जा रही है.
चाची ने अभिनेता के भाई पर मारपीट का केस दर्ज कराया है.चंद्रचूड़ सिंह की ये पुश्तैनी प्रॉपर्टी है. दरअसल, अभिनेता चंद्रचूड़ सिंह के पिताजी बलदेव सिंह विधायक थे. उनकी मां कृष्णा कुमारी देवी भी राजवंश से थी और उनके पिता ओडिशा के महाराजा थे. अलीगढ़ के रोरावर इलाके के जलालपुर में द हवेली जलालपुर एस्टेट 1855 यानी कल्याण भवन के नाम से उनकी कोठी है.अलीगढ़ में खैर रोड बाईपास के पास इस हवेली की कीमत करोड़ों रुपये में बताई जाती है.
चंद्रचूड़ की मां और उनके दो भाई हैं और वो उन्हीं के साथ SSP ऑफिस गए थे.अभिनेता ने विधवा चाची व अन्य रिश्तेदारों पर जमीन हड़पने की साजिश का आरोप लगाया है. अभिनेता के मुताबिक, उनके पिता को बेहद नाइंसाफी झेलनी पड़ी और उस कोठी में कभी रहने नहीं दिया गया, लिहाजा अब वो कानूनी लड़ाई का सहारा ले रहे हैं.
चंद्रचूड़ सिंह का अलीगढ़ से नाता
चंद्रचूड़ के पिता कैप्टन बलदेव सिंह तीन भाई थे.बलदेव सिंह सबसे बड़े थे, जिनका 2022 में निधन हो गया. दूसरे मंझले भाई पुण्य प्रताप का परिवार विदेश और मुंबई में है.सबसे छोटे भाई गंगा सिंह के बच्चे भी विदेश में हैं. बलदेव सिंह अलीगढ़ के गांव जलालपुर के रहने वाले थे. उन्होंने 1985 में कांग्रेस के टिकट पर अलीगढ़ शहर से विधानसभा चुनाव जीता था.
परिवार रहता था एकसाथ
चंद्रचूड़ सिंह के भाई अभिमन्यु सिंह फिल्म निर्माता हैं. चंद्रचूड़ सिंह का दावा है कि उनका बचपन अलीगढ़ में ही बीता है और तब पूरा परिवार साथ में रहता था. लेकिन चाचा के निधन के बाद हवेली को बेचने का षड़यंत्र रचा जा रहा है.














