गाजियाबाद की एक सोसायटी में जनरेटर फटने से 4 फ्लैट्स में आग लग गई. अहिंसाखंड-2 नाम की इस सोसायटी में एक बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया. आग लगने का कारण सोसाइटी में रखे जनरेटर में ब्लास्ट बताया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले जनरेटर में आग लगी उसके बाद उसमें ब्लास्ट हो गया. जनरेटर में आग लगने के कारण यह एक बम बन गया. आग इतनी भीषण थी की दूसरी सोसायटी के ट्रांसफार्मर तक को उसने अपनी चपेट में ले लिया. मौके पर फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियां पहुंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
इस घटना ने एक सवाल भी खड़ा कर दिया है. ये तो गनीमत रही कि ब्लास्ट होने से किसी की मौत नहींं हुई, मगर तस्वीरों को देखने के बाद आपकी रुह कांप जाएंगी. इस तस्वीर को देखिए. आग इतनी खतरनाक थी कि पूरे इलाके में धुएं के बाद छा गए. वहीं फायर फाइटर कैसे अपनी जान पर खेलकर लोगों की जिंदगी बचा रहे हैं.
आग बहुत ही ज्यादा भयंकर थी
गाजियाबाद में दमकल विभाग के चीफ फायर ऑफिसर राहुल पाल ने बताया कि फायर स्टेशन वैशाली को सूचना मिली कि थाना इंदिरापुरम के अहिंसाखंड-2 में अरिहंत हार्मनी सोसायटी है, जिसमें आग लग गई है. तत्काल दमकल कर्मियों के साथ पांच फायर टैंकर मौके पर भेजे गए. मौके पर पहुंचकर दमकल कर्मियों ने देखा की सोसाइटी में रखे जनरेटर में आग लगी है. इसके बाद उसमें ब्लास्ट हो गया. जिसके चलते जनरेटर के सामने वाले चार फ्लैटों में आग लग गई.
उन्होंने बताया कि आनन-फानन में दमकल कर्मियों ने दो तरफ से हौज लाइन फैला कर आग पर काबू पाने की कोशिश की साथ ही पीछे वाले फ्लैटों में रहने वाले सभी लोगों को बाहर निकाल. आग इतनी भीषण थी कि पड़ोस की सोसाइटी के जनरेटर तक को उसने चपेट में ले लिया. पांच दमकल की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद काफी देर पर आग पर काबू पाया. जनरेटर में आग किस वजह से लगी इसकी जांच की जा रही है.
इसी जनरेटर में आग लगी थी
इस तस्वीर में देखिए कैसे फायर फाइटर अपनी जान पर खेल कर लोगों की जिंदगी बचा रहे हैं. इस आग के कारण कई और बड़ी दुर्घटना हो सकती थी, मगर समय पर राहत मिलने के कारण लोगों की जिंदगी बच गई.
दिल्ली से सटे गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, नोएडा एक्सटेंशन, गुरुग्राम जैसे इलाकों में कई सोसाइटिज मौजूद हैं. यहां ज्यादातर सोसाइटी के निर्माण में सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जाती है.जिसके परिणाम में ऐसी घटनाएं घटती रहती हैं. कई बार लोग लिफ्ट में फंस जाते हैं, कई बार ऐसा होता है कि पाइप गैस लीक हो जाती है, खराब मैटेरियल के कारण कई बार तो छज्जे गिर जाते हैं.