असम में बीजेपी का उसकी सहयोगी पार्टी ने छोड़ा साथ, कांग्रेस नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल

विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी के सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने घोषणा की कि वह सत्तारूढ़ बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को छोड़ रहा है

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
बीपीएफ के अध्यक्ष हागरामा मोहिलारी (फाइल फोटो).
गुवाहाटी:

असम (Assam) में बीजेपी (BJP) का सहयोगी दल विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस (Congress) के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हो गया है. असम में अगले महीने होने वाले चुनावों से पहले बीजेपी के सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट या बीपीएफ (BPF) ने घोषणा की कि वह सत्तारूढ़ बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन को छोड़ रहा है और विपक्षी मोर्चे में शामिल हो रहा है. असम में कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को यह बड़ा फायदा मिला है और बीजेपी को इससे झटका लगा है. 

बीपीएफ के अध्यक्ष हागरामा मोहिलारी ने फेसबुक पर एक बयान में कहा है ति “शांति, एकता और विकास के लिए काम करना और असम में भ्रष्टाचार से मुक्त एक स्थिर सरकार लाने के लिए बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने MAHAJATH के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया है. BPF अब बीजेपी के साथ दोस्ती या गठबंधन नहीं बनाए रखेगा. आगामी असम असेंबली इलेक्शन में बीपीएफ महाजथ के साथ हाथ मिलाकर काम करेगा." 

बीपीएफ ने पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य की 126 सीटों में से 12 सीटें जीती थीं और बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हो गया था. लेकिन पिछले साल के अंत में बीजेपी ने बीपीएफ को धूल चटा दी और बहुमत हासिल करने व असम के बोडो बहुल क्षेत्रों में स्वशासी निकाय, बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (BTC) पर काबिज होने के लिए एक नया साथी चुन लिया.

राज्य में सर्बानंद सोनोवाल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में तीन मंत्रियों वाली बीपीएफ दिसंबर में बीटीसी चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जिसने 40 सदस्यीय निकाय में 17 सीटें जीतीं.

बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हालांकि 12 सीटें जीतने के लिए यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) को बधाई दी और अपने ट्वीट में पार्टी को "सहयोगी" करार दिया. सोनोवाल ने घोषणा की कि यूपीपीएल प्रमुख प्रमोद बोरो बीटीसी में नए मुख्य कार्यकारी सदस्य (CEM) होंगे.

Featured Video Of The Day
Delhi Air Pollution: बढ़ते प्रदूषण के बीच दिल्ली में पाबंदियों का चौथा राउंड शुरू | GRAP-4 Imposed
Topics mentioned in this article