राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पानी संकट को लेकर सियासत और तेज हो गई है. एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हैं, वहीं अब बीजेपी कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कार्यकर्ताओं ने शनिवार को पानी संकट को लेकर दिल्ली जल बोर्ड के दफ्तर का घेराव करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान बीजेपी के कई नेताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई. यही नहीं, पुलिस ने इस दौरान कई कार्यकर्ताओं को वाटर कैनन के जरिए रोकने का प्रयास भी किया.
बीजेपी नेताओं का कहना है कि केजरीवाल सरकार निकम्मी है. सरकार के कुप्रबंधन की वजह से दिल्ली के लोगों को पानी के संकट का सामना करना पड़ रहा है. बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल सरकार के निकम्मेपन की वजह से दिल्ली के लोग एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. केजरीवाल सरकार को पता था कि हर साल गर्मी का मौसम आते ही दिल्ली में पानी की किल्लत होती है.
"आप पिछले 10 वर्षों से दिल्ली में सत्ता में है. उनके पास दिल्ली जल बोर्ड, एमसीडी है. उनके पास सभी महत्वपूर्ण विभाग हैं. तो क्या वे अपनी ही सरकार के खिलाफ विरोध कर रहे हैं? वास्तविकता यह है कि उनकी अपनी सहयोगी कांग्रेस पार्टी है भाजपा नेता ने कहा, ''अब यह स्वीकार कर रहा है कि हरियाणा अपनी प्रतिबद्धता से अधिक पानी भेज रहा है.''
"आज, पानी टैंकर माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, वे फिर से नाटक और प्रदर्शन कर रहे हैं. सवाल यह है कि वे पानी टैंकर माफिया को क्यों बचा रहे हैं? क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें हर पानी टैंकर पर कमीशन मिल रहा है?"
इस बीच, दिल्ली की जल मंत्री आतिशी शुक्रवार को अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गईं और आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं दे रही है. उनके साथ आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह और पार्टी के अन्य सदस्य जंगपुरा के पास भोगल में थे, जहां वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठीं.