‘बीफ प्रमोटर’ को मंदिर कैसे जाने दिया: कामिया जानी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश को लेकर BJP बनाम ओडिशा सरकार

भाजपा ने बृहस्पतिवार को भी इस बात पर सवाल उठाए था कि ‘बीफ’ खाने को कथित रूप से बढ़ावा देने वाली (जानी) को पुरी स्थित 12 वीं शताब्दी के मंदिर में कैसे जाने दिया गया, जहां गैर-हिंदुओं का प्रवेश सख्त वर्जित है.

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पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में गैर-हिंदुओं का प्रवेश सख्त वर्जित है.
भुवनेश्वर:

पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर पर एक वीडियो बनाने के लिए सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर (सोशल मीडिया पर प्रभावशाली) कामिया जानी के मंदिर में प्रवेश को लेकर ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को एक दूसरे पर निशाना साधा. भाजपा ने सत्तारूढ़ बीजद नेता और पूर्व नौकरशाह वी के पांडियन पर एक यूट्यूब चैनल पर ‘बीफ' खाने को कथित रूप से प्रोत्साहित करने वाली जानी को मंदिर में प्रवेश देने का आरोप लगाया जबकि राज्य में सत्तारूढ़ दल ने कहा कि कामिया जानी को पहले भाजपा के शीर्ष नेताओं ने हिंदू विरासत और मंदिरों पर फिल्में बनाने को कहा था.

जानी के वीडियो में श्री जगन्नाथ की संस्कृति पर प्रकाश डाला गया है और नौकरशाह से बीजद नेता बने वी के पांडियन को 'महाप्रसाद' के महत्व, जारी विरासत गलियारा परियोजना और मंदिर विकास से जुड़े अन्य पहलुओं पर बोलते हुए भी दिखाया गया है.

भाजपा ने बृहस्पतिवार को भी इस बात पर सवाल उठाए था कि ‘बीफ' खाने को कथित रूप से बढ़ावा देने वाली (जानी) को पुरी स्थित 12 वीं शताब्दी के मंदिर में कैसे जाने दिया गया, जहां गैर-हिंदुओं का प्रवेश सख्त वर्जित है.

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बीजद सांसद मानस मंगराज ने कामिया जानी से जुड़े ‘‘अनावश्यक'' मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से सवाल किया.

मंगराज ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘वह चार धाम और अयोध्या राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए भी जा चुकी हैं और इसके लिए आप सभी ने उन्हें प्यार दिया और अपने सोशल मीडिया (हैंडल) पर इसे (इसकी तस्वीरें) साझा किया.''

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ओडिशा सरकार के मीडिया सलाहकार मंगराज ने कामिया जानी की उन तस्वीरों के स्क्रीनशॉट संलग्न किए, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और खुद धर्मेंद्र प्रधान ने साझा किया था.

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मंगराज की पोस्ट के तुरंत बाद प्रधान के करीबी सहयोगी एवं भाजपा विधायक ललितेंदु बिद्याधर महापात्र ने ‘एक्स' लिखा, ‘‘आप सच्चाई को जितना छिपाने की कोशिश करते हैं, उतना ही आप इसे उजागर करते हैं. ...क्या आप किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा महाप्रसाद के प्रचार को उचित ठहरा रहे हैं जो बीफ का प्रचार कर रहा है?''

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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