आजमगढ़ से बीजेपी के सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान सेना में अहीर रेजीमेंट बनाने की मांग की. उन्होंने कहा कि, यह मुद्दा संसद में बहुत लंबे समय से उठाया जा रहा है. अहीर समाज की मांग जायज भी है क्योंकि किसी भी क्षेत्र, जाति, धर्म के सेना में योगदान को लेकर रेजिमेंट बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि, अगर अहीर रेजीमेंट बन जाता है तो हमारे लोग चीन को दौड़ा-दौड़ा के मारेंगे.
यादव ने कहा कि, यह रेजिमेंट इसलिए बनाया जाना जरूरी है जैसे कि राजपूत रेजीमेंट है, सिख रेजीमेंट है.. भारत में 26 करोड़ आबादी अहीर समाज की है. सेना में भी हमारे समाज के लोग बड़ा योगदान दे रहे हैं, वह 12 फीसदी हैं. जब इस समाज के लोगों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान किया, कभी अपने कदम पीछे नहीं हटाए, चाहे वह आजादी की लड़ाई हो या फिर 1971 की लड़ाई हो, करगिल जंग हो.. तो फिर उनके लिए एक अलग रेजिमेंट क्यों ना बने.
उन्होंने कहा कि, अगर सेना का चरित्र इससे अलग होता है तो सेना में जाति के नाम पर जितनी भी पलटन बनी हैं उनको हटा दिया जाए. उनकी जगह पर हिंदुस्तानी रेजिमेंट बनाया जाए, फौज बनाई जाए. एक समाज में जहां अलग-अलग जाति धर्म संप्रदाय के लोग आते हैं तो इनके लिए भी बनना चाहिए. इससे हमारे समाज का मनोबल भी ऊंचा होगा.
उन्होंने कहा कि, अगर अहीर रेजिमेंट बना दिया जाता है तो चीन भी हमारी ओर आंखें दिखाने में चार बार सोचेगा. अपना रेजिमेंट ना बनने से हमारे लोगों में असंतोष है. अगर अहीर रेजीमेंट बन जाता है तो हमारे लोग चीन को दौड़ा-दौड़ा के मारेंगे.