बीजेपी विधायक और भोजपुरी फिल्म निर्माता विनय बिहारी ने सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के पर्यटन स्थल राजगीर में फिल्म सिटी बनाने के फैसले पर सवाल उठाया. पूर्व मंत्री विनय बिहारी ने खेद व्यक्त किया कि राजगीर का चुनाव पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर में एक फिल्म सिटी बनाने के उनके प्रस्ताव को उलट कर किया गया. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के कार्यकाल के दौरान युवा, कला एवं सस्कृति मंत्री के रूप में काम कर चुके विनय बिहारी ने कहा कि नीतीश कुमार को फिल्म निर्माण के बारे में उतना ज्ञान नहीं है.
विनय बिहारी ने दावा करते हुए कहा कि उन्होंने वाल्मीकिनगर को चुना था, क्योंकि राजगीर के विपरीत वहां का तापमान अक्सर सुखद रहता है. मुझे एहसास है कि मेरी पार्टी सत्ता में भागीदार है. लेकिन मैं तथ्यों को बताते हुए संकोच नहीं करता.
कुछ महीने पहले खुले तौर पर अपनी पार्टी से जदयू के बदले अपना मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर विवाद छेड़ देने वाले विनय बिहारी इस बात से भी नाराज दिखे कि उनके पटना में एक अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाने के प्रस्ताव को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था.
पूर्व मंत्री ने कहा, "मैं चाहता था कि शहर में पुराने मोइनुल हक स्टेडियम की जगह पर नई सुविधा का निर्माण किया जाए, लेकिन इसके लिए भी राजगीर को ही चुना गया है." उन्होंने आरोप लगाया कि भोजपुरी फिल्म उद्योग को उसी राज्य में बुरी तरह प्रभावित किया गया है, जहां यह बोली जाती है.
बीजेपी विधायक ने दावा किया, "ज्यादातर सिनेमा हॉल मालिकों ने अपनी संरचनाओं को तोड़कर उसकी जगह मॉल या गोदाम बनाए हैं. नतीजा यह है कि एक भोजपुरी फिल्म अब 100 से कम सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है, जबकि पहले यह संख्या 300 से अधिक हुआ करती थी."
विनय बिहारी ने कहा, "मैं अब केवल यही आशा करता हूं कि प्रस्तावित फिल्म सिटी और स्टेडियम राजगीर में जल्द ही तैयार हो जाए. इन परियोजनाओं की घोषणा हुए कई साल हो गए हैं."
पश्चिम चंपारण जिले के लौरिया विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक बने विनय बिहारी पहली बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे थे, 2015 में वो भाजपा में शामिल हो गए.