महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है. रूझानों में बीजेपी और उसके सहयोगियों ने दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया है. चुनाव आयोग के मुताबिक बीजेपी ने अकेले के दम पर 127 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. वहीं उसकी सहयोगी शिवसेना 54 और एनसीपी 35 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं विपक्षी महाविकास अघाड़ी केवल 48 सीटों पर ही आगे चल रहा है. अन्य को 20 सीटों पर बढ़त मिली हुई है.
क्या कह रहे हैं महाराष्ट्र के रूझान
महाराष्ट्र से आ रहे रूझानों पर अगर भरोसा करें तो वहां बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुती की स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बनने जा रही है. इससे एक बात और साफ हो रही है कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नहीं बनेंगे. क्योंकि सबसे बड़ी पार्टी होने की वजह से मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी बीजेपी की मजबूत होगी. वह अभी 111 सीटों पर आगे चल रही है. महाराष्ट्र में बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद पर अभी देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे आगे चल रहा है, हालांकि बीजेपी ने कुछ राज्यों में जिस तरह से नए चेहरों को सीएम की कुर्सी पर बैठाया है, उसी तरह बीजेपी महाराष्ट्र में भी सबको चौंका सकती है.
महाराष्ट्र में बीजेपी जिस जीत की ओर बढती हुई दिख रही है, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की नीतियों का कमाल है. इसके अलावा इस चुनाव में मशहूर हुए नारे 'बंटेंगे तो कटेंगे' का भी प्रभाव इस चुनाव परिणाम में नजर आ रहा है. क्योंकि मुस्लिम बहुल इलाकों में बीजेपी ने अपनी स्थिति मजबूत की है. इन सीटों पर वह इस नारे की वजह से वोटों का ध्रुवीकरण कराने में कामयाब रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह नारा दिया था. महाराष्ट्र में बीजेपी ने केवल विपक्ष ही नहीं बल्कि अपने सहयोगियों को भी काफी पीछे छोड़ दिया है. बीजेपी की सहयोगी शिवसेना और एनसीपी मिलकर भी उतनी सीटें नहीं लाती हुई दिख रही हैं, जितनी अकेले बीजेपी लाती हुई दिख रही है.
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क्या बीजेपी लगाएगी सीटों का शतक
बीजेपी की इस जीत का अनुमान कई एग्जिट पोल में भी लगाया गया था. मतगणना के रूझानों में यह बात साफ होती हुई दिख रही है.इससे पहले 2019 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने सीटों का शतक लगाते हुए 105 सीटें जीती थीं. लेकिन 2024 में बीजेपी अपने पुराने प्रदर्शन से भी आगे जाते हुए दिखाई दे रही है.
इस बार का चुनाव बीजेपी ने 149 सीटों पर लड़ा है. वहीं उसकी सहयोगी शिवसेना 81 और एनसीपी ने 59 सीटों पर लड़ा है.