मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का एक और विवादित बयान सामने आया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी के लोग कुछ गरीब मुसलमान लड़कों को पैसा देकर खुद ही पत्थर फिंकवाते हैं. हालांकि इन तथ्यों की जांच उन्होंने नहीं कराई है. दिग्विजय का कहना है कि ऐसी शिकायतें उनके पास आ रही हैं, जिसकी वो जांच कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दो दिन के दौरे पर सोमवार देर रात जावद विधानसभा के ग्राम मोड़ी पहुंचे थे. यहां दलित कार्यकर्ता के घर रात्रि विश्राम कर प्रातः राम धुन प्रभात रैली में शामिल हुए और मोड़ी माता जी के दर्शन किए कार्यक्रम के पश्चात प्रेस वार्ता में दिग्विजय शामिल हुए. पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विवादित बयान दिया और कहा कि मेरे पास कुछ ऐसी शिकायतें आ रही हैं, लेकिन उसकी जांच नहीं की गई है.
इसमें कहा गया है कुछ गरीब मुसलमान लड़कों को पैसा देकर खुद ही पत्थर फिकवाते हैं भाजपा के लोग. हालांकि उन्होंने इस बात को लेकर तथ्यों की जांच करने की बात कही है. इससे पहले खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा के बाद बुलडोजर से ध्वस्तीकरण के ट्वीट को लेकर दिग्विजिय सिंह मुश्किलें में फंसे थे. उन्हें मध्य प्रदेश का एक फोटो बताकर ट्वीट किया था, जो तस्वीर बिहार की निकली.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में रामनवमी के दिन शोभायात्रा निकालने के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़की थी. इसमें एक व्यक्ति की हत्या भी कर दी गई थी. इस मामले में तमाम आरोपियों के घर पुलिस का बुलडोजर भी चला था. कई ऐसे आरोपियों के नाम एफआईआर में थे, जो उस वक्त घटनास्थल पर नहीं थे. इसको लेकर काफी विवाद हुआ था. हालांकि मध्य प्रदेश सरकार ने अपनी कार्रवाई को सही ठहराया था.