अगले साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए भाजपा अभी से जोश में दिखाई दे रही है. इस क्रम में भाजपा ने पार्टी के 100 सांसदों और मंत्रियों को अहम जिम्मेदारी सौंपी है. पार्टी द्वारा चुने गए ये सांसद और मंत्री अगले सोमवार से संसद के शीतकालीन सत्र में भी नहीं दिखाई देंगे. भाजपा हाईकमान ने इन सांसदों और मंत्रियों को स्पष्ट कर दिया है अब उन्हें चुनावी राज्यों में जनता के बीच पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए ताकत झोंकनी है.
पार्टी द्वारा इन सभी सांसदों और मंत्रियों को कहा गया है कि अब संसद के शीतकालीन सत्र के बाकी दिनों में संसद आने के बजाय पार्टी द्वारा सौंपे गए राज्यों में काम करें. भाजपा की इस 100 लोगों की टीम में राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों के सांसद शामिल हैं.
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र दो सप्ताह और चलेगा. 23 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र का समापन होगा. लेकिन भाजपा के ये 100 सांसद व मंत्री सोमवार से ही संसद नहीं आएंगे.
पार्टी ने असम तथा अन्य उत्तर-पूर्व राज्यों के सांसदों को मणिपुर विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है. महाराष्ट्र के सांसदों को गोवा पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया गया है. हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के सांसद पंजाब में जुटेंगे. अन्य राज्यों के सांसद और मंत्री उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के चुनावों में लगाए गए हैं. इन्हें चुनाव संपन्न होने तक इन राज्यों में ही रहने के लिए कहा गया है.
इसके अलावा बिहार बीजेपी को उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के 16 जिलों की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है.