हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में पराजय स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
उन्होंने हार स्वीकर करते हुए ट्वीट कर कहा, " हम जनादेश को विनम्रता के साथ स्वीकार करते है. पांच वर्षों में प्रधानमंत्री एवं केन्द्र सरकार द्वारा दिए गए बहुमूल्य सहयोग के लिए उनका विशेष आभार. प्रदेश की जनता द्वारा सेवा के लिए दिए पांच साल के लिए धन्यवाद. हिमाचल के सर्वांगीण विकास के लिए हम हमेशा तत्पर रहेंगे."
हिमाचल प्रदेश की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस बहुमत के आंकड़े को पार कर चुकी है. बीजेपी नेता और मुख्यमंत्री ठाकुर ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने से कुछ देर पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं जनादेश का सम्मान करता हूं और थोड़ी देर में राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने जा रहा हूं.''
हिमाचल प्रदेश में 1985 से कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आई है और इस बार भी यह परंपरा कायम रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अब नयी सरकार बनेगी, मैं उन्हें (कांग्रेस को) बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे अपने वादे पूरे करेंगे.''
उन्होंने कहा, ‘‘हम दलीय राजनीति से ऊपर उठकर सकारात्मक सहयोग देंगे, लेकिन जब हमें लगेगा कि राज्य के हितों की रक्षा नहीं हो रही तो हम जनता के सामने मुद्दे उठाएंगे.''
ठाकुर ने कहा, ‘‘जनता ने पांच साल तक हमें सेवा का मौका दिया। हमने बेहतर काम करने का प्रयास किया.'' एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि कई सीट पर जीत का अंतर बहुत कम है और 11 से 12 सीट पर 1,000 से भी कम वोट से उम्मीदवारों की जीत हुई है.
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