बिहार में एक बार फिर लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुलती हुई नजर आ रही है. यहां बड़े सरकारी अस्पताल NMCH में चूहों ने एक मरीज का पैर ही कतुर डाला. हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है कि चूहें पर आरोप लग रहे हो, इससे पहले चूहें ने शराब पी, फिर बांध को ही काट डाला. यहां तक कि बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को भी चूहें ने नहीं छोड़ा. 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वास यात्रा के दौरान चूहें ने उन्हें सर्किट हाउस में काट दिया थ.
नालंदा जिला निवासी अवधेश कुमार जो कि अपना इलाज कराने के लिए पटना के NMCH में हड्डी रोग विभाग के यूनिट 4 में बेड संख्या 55 पर भर्ती थे. इसी दौरान रात को जब वो सो रहे थे तो उनके पैर को चूहें ने कतुर दिया. इसके बाद तमाम विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाना शुरू किया. इस मामले को बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी बहुत गंभीरता से उठाया है. उन्होंने X पोस्ट के माध्यम से सरकार पर गंभीर सवाल उठाया है.
तेजस्वी यादव ने X पोस्ट कर लिखा कि पटना के (NMCH) नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती दिव्यांग मरीज जो रात के समय गहरी नींद में थे तो उनके पैर की उंगलियों को चूहे ने कुतर दिया. इसी अस्पताल में बीते दिनों एक मृतक की आंख को चूहे ने कुतर दिया था. लेकिन किसी पर अभी तक कोई कारवाई नहीं हुई.
वहीं, इस मामले पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से सवाल किया गया तो उन्होंने अपने विभाग के लापरवाही को छोड़ विपक्ष पर ही बरस बैठे. यहां तक की उन्होंने स्वास्थ्य के मुद्दे पर तेजस्वी यादव से डिबेट करने तक का चैलेंज दे दिया. उन्होंने स्वास्थ्य को लेकर तेजस्वी की तुलना अपनी सरकार से की. NMCH कि अधीक्षक डॉ रश्मि प्रसाद ने कहा कि हमने इस पूरे मामले को संज्ञान में लिया है और जांच के आदेश दिए हैं.