बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) अपनी रौ में दिखे. अमूमन अपना आपा खोने वाले नीतीश ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) द्वारा वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री काल के दौर की चर्चा करने पर अपने भाषण में कहा कि उस समय गोद में रहते थे.फिर नीतीश कुमार ने दो बार दोहराया कि हम गोद नहीं उठाये हैं.नीतीश ने अपने भाषण के शुरुआत में तेजस्वी यादव और अन्य युवा विधायकों को कहा कि नई पीढ़ी के लोग जीत कर आये हैं अच्छा लगता हैं और फिर अपने बारे में कहा कि हमलोग असीमित समय तक काम नहीं करेंगे . और अगर मुझे सुनियेगा तो आपको और नयी पीढ़ी के लोगों को लाभ मिलेगा.
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नीतीश ने तेजस्वी यादव और अन्य विपक्ष के सदस्य के भाषण में आलोचना का जवाब भी विस्तार से दिया. कोरोना काल में अपने सरकार और ख़ासकर अपने सभी पार्टी के सदस्य और परिवार के लोगों के पटना AIIMS में इलाज पर नीतीश कुमार ने कहा कि वो कोई विदेश का संस्थान नहीं हैं और वहाँ बेहतर इलाज की व्यवस्था थी इसलिए लोग उसको अधिक प्राथमिकता दे रहे थे. उन्होंने बिजली के क्षेत्र में कहा कि अब केंद्र सरकार भी बिहार के प्री-पेड स्कीम को लागू कर रही हैं.
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उन्होंने कहा कि पिछले दिनों नीति आयोग की बैठक में उन्होंने ''वन नेशन, वन रेट'' पर बिजली देने का केंद्र सरकार से आग्रह किया हैं. वैसे, अपने भाषण में नीतीश कुमार ने साफ़ किया कि धान ख़रीदने की समय सीमा अब और नहीं बढ़ाई जाएगी. मुख्यमंत्री का कहना था कि इस वर्ष अब तक की सबसे अधिक 35 लाख टन से अधिक धान की ख़रीद हुई हैं जो एक रिकॉर्ड है. नीतीश के भाषण का विपक्ष के सदस्य बहिष्कार करते हुए सदन से निकल गए.