बिहार (Bihar) के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) बिहार विधानमंडल के दोनों सदन में कार्यवाही में हर दिन उपस्थित रहते हैं, लेकिन बिहार विधान परिषद में राष्ट्रीय जनता दल के सदस्यों की टोकाटोकी से नीतीश कुमार अपना आपा खो बैठते हैं. सोमवार को बिहार विधान परिषद में एक बार फिर कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला जब प्रश्नकाल के दौरान राष्ट्रीय जनता दल के सुबोध कुमार पूरक प्रश्न पूछने के लिए उठे जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपत्ति जतायी और उनको सलाह दी कि आख़िर सदन नियम से चलता हैं और वे उसका पालन करें.
नीतीश कुमार को क्यों सफ़ाई देनी पड़ी कि वो किसी को धमकाते नहीं हैं
हालांकि इस बार जब से बजट सत्र शुरू हुआ हैं तो इसके पूर्व राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान भी राजद के एक और सदस्य सुनील सिंह पर भी अपने भाषण के दौरान टोकाटोकी से परेशान होकर नीतीश कुछ इस मुद्रा में बोल गए. वैसे इसके तुरंत बाद उन्होंने सफ़ाई दी थी कि वो सदस्यों को धमकी नहीं देते बल्कि उनके सुझाव का स्वागत करते हैं.
बिहार के CM नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव से पूछा, 'हम गोद नहीं उठाए हैं..'
इससे पूर्व लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद नीतीश कुमार ने विश्वास मत के लिए एक दिवसीय सत्र में भी तेजस्वी यादव के भाषण में व्यक्तिगत टिप्पणी पर भी बहुत क्रोधित होकर जवाब दिया था, लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान से ही नीतीश कुमार के समर्थक अब कहने लगे हैं कि भाषण के दौरान भाषा की मर्यादा के अपने द्वारा स्थापित मापदंड का लगातार वो पालन नहीं कर पा रहे हैं.