समस्तीपुर स्टेशन के आउटर सिग्नल पर गुरुवार की रात जयनगर से नई दिल्ली जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस पर असामाजिक तत्वों ने जमकर पथराव किया. सूत्रों के अनुसार ट्रेन पर पत्थर बाजी करने वाले व्यक्ति की पहचान हुई. इस घटना में कुछ यात्रियों को हल्की चोटें भी आईं. जिनका उपचार समस्तीपुर में ही कराया गया. फिलहाल इस मामले को लेकर रेलवे की जांच जारी है.
सूत्रों के अनुसार ट्रेन पर पत्थर बाजी करने वाले व्यक्ति की पहचान हुई. सीसीटीवी के जरिए उसका फोटो सामने आया है. पत्थरबाजी करने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर है आरोपी व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद उसे पुलिस राज्य सरकार के हवाले करेगी.
रात करीब 11 बजे समस्तीपुर में कुछ देर रुकने के बाद ट्रेन मुजफ्फरपुर के लिए चली. आउटर सिग्नल पर पहुंचते ही ट्रेन पर पथराव शुरू हो गया. अचानक हुए पथराव से यात्री दहशत में आ गए. यह घटना तब हुई जब जीआरपी की एस्कार्ट पार्टी ट्रेन के अंदर मौजूद थी. ट्रेन करीब 45 मिनट की देरी से ट्रेन मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंची.
डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस पर भी पथराव की चर्चा
वहीं, सूचना मिलने पर आरपीएफ और जीआरपी के जवान मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की. पथराव के कारण पेंट्रीकार समेत उसके बगल की ए-वन और बी-2 कोच के शीशे टूट गए. कई स्लीपर कोच की खिड़कियों पर भी पत्थर लगे थे. स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के आगे निकली डिब्रूगढ़-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस पर भी पथराव की चर्चा है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. रेल अधिकारियों ने बताया कि पथराव करने वालों की पहचान की जा रही है.
वहीं, इससे पहले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाबोधि एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव हुआ था. यमुना ब्रिज के पास अराजक तत्वों ने ट्रेन पर पत्थर बरसाए. इनमें से एक पत्थर गार्ड के ब्रेक पैनल पर लगा. पथराव की घटना में किसी भी यात्री या रेल कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई थी.
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की संयुक्त टीम ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सीमांचल एक्सप्रेस पर पत्थर फेंकने के आरोपी मोहम्मद शमीम उर्फ गोलू को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया. अभिषेक यादव ने बताया कि आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्त ने स्वीकार किया कि उसने ट्रेन के दरवाजे के पास बैठे यात्रियों से मोबाइल लूटने के इरादे से पत्थर फेंके थे, ताकि यात्रियों के हाथ में पत्थर लगने से मोबाइल नीचे गिर जाए और वह उसे उठाकर ले जाए.
समस्तीपुर से अविनाश कुमार की रिपोर्ट