VIDEO: बिहार के गांव में 5-वर्षीय बच्ची से रेप के आरोपी की सज़ा सिर्फ पांच उठक-बैठक

पंचायत के इस वायरल वीडियो में दिख रहा है कि काफी संख्या में लोग बैठे हुए हैं और शॉल ओढ़े एक आदमी उठक-बैठक कर रहा है. पांच दफा उठक बैठक करने के बाद उसकी सजा पूरी हो गई और उसे छोड़ दिया गया.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins

5 साल की बच्ची से रेप की सजा सिर्फ पांच बार उठक बैठक

बिहार के नवादा में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. 5 साल की बच्ची से रेप करने वाले आरोपी को चंद उठक बैठक करवा कर मामले को रफादफा कर दिया गया. यानी बच्ची के साथ हैवानियत करने जैसे जघन्य अपराध की सजा चंद बैठक से पूरी हो गई. इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना पर एक्शन लिया गया है. 

घटना नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड के कनौज गांव की है, जहां 5 वर्षीय मासूम के साथ हैवानियत करने वाले कुकर्मी को कथित पंचों ने महज कुछ उठक-बैठक करा कर निर्दोष होने का सर्टिफिकेट दे दिया. आरोपी का नाम अरुण पंडित बताया जा रहा है, जो गांव में ही मुर्गी फार्म चलाता है. बताया जा रहा है कि आरोपी ने मुर्गी फॉर्म में ही बच्ची के साथ हैवानियत की. लेकिन जिस तरह से मामले को रफादफा किया गया उसकी कड़ी निंदा की जा रही है. 

पंचायत के इस वायरल वीडियो में दिख रहा है कि काफी संख्या में लोग बैठे हुए हैं और शॉल ओढ़े एक आदमी उठक-बैठक कर रहा है. पांच दफा उठक बैठक करने के बाद उसकी सजा पूरी हो गई और उसे छोड़ दिया गया.

Advertisement

इस घटना की चौतरफा निंदा हो रही है. कहा जा रहा है कि 5 वर्षीय मासूम के साथ गंदा काम करने वाले के लिए पोक्सो कानून है. उम्रकैद तक सजा का प्रावधान है, लेकिन यहां सिर्फ पांच बार उठक-बैठक कराकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया. 

Advertisement

गौरतलब है कि अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के कन्नौज गांव में 21 नवंबर को एक पांच साल की बच्ची को फुसलाकर आरोपी अपने मुर्गी फार्म पर ले गया जहां उसने ये घृणित काम किया. बाद में बच्ची के परिजनों ने घर पहुंचकर मामले की जानकारी परिजनों को दी. जब परिजनों ने पुलिस में केस दर्ज करवाने की बात कही तो गांव में ही मामले को दबाने का प्रयास किया गया.

Advertisement

इतनी बड़ी घटना को दबाने के लिए एक पूर्व मुखिया को जिम्मेदार बताया जा रहा है. बताया जाता है कि जैसे ही आरोपी के खिलाफ मामला उजागर हुआ तो आरोपी पूर्व मुखिया के पास मदद मांगने चला गया. पूर्व मुखिया ने पंचायत बिठा दी और पंचायत में जो कुछ हुआ वह शर्मसार करने वाला था. उठक-बैठकर करक आरोपी को दोषमुक्त कर दिया गया और लोकलाज का भय दिखाकर पीड़ित परिवार को शांत कर दिया गया.

Advertisement
Topics mentioned in this article