दूसरी जगह का माल बर्दाश्त नहीं... अश्विनी चौबे के बयान पर जानें बिहार में क्यों सियासी घमासान

बिहार बीजेपी चीफ सम्राट चौधरी का बिना नाम लिए अश्विनी चौबे ने कहा कि पार्टी में दूसरे जगह से आयात माल को बर्दाशत नहीं किया जाएगा. हम श्यामा प्रसाद मखर्जी, अटल, आडवाणी और जोशी के सिद्धांतों को कभी छोड़ नहीं सकते हैं.

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नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2024 में टिकट नहीं मिलने पर बिहार बीजेपी के बड़े नेता अश्विनी कुमार चौबे का सब्र का बांध आखिरकार टूट ही गया. अश्विनी चौबे ने बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और गंठबंधन में सहयोगी नीतीश कुमार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है. अश्विनी चौबे के एक बयान बिहार से दिल्ली तक सियासी बवाल मच गया है. उन्होंने सम्राट चौधरी का बिना नाम लिए हुए कहा, दूसरे जगह से आयात किया हुआ माल नहीं चाहिए. अध्यक्ष पार्टी के मूल सदस्य को ही बनाया जाना चाहिए.

बिहार बीजेपी के बड़े नेता अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार में बीजेपी के नेतृत्व में सरकार बननी चाहिए. यह बात मैंने पार्टी को भी बताया है. बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ अकेले दम पर आए और सहयोगी के साथ सरकार बनाएं.

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अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि हम नीतीश कुमार को साथ लेकर चल रहे थे और चल रहे हैं. हम नीतीश कुमार को लेकर आगे भी बढ़ेंगे. CM कौन होगा ये चुनाव के बाद देखा जाएगा और पार्टी और केंद्र का नेतृत्व तय करेगा. लेकिन बिहार में बीजेपी को अपने दम पर चुनाव लड़ना चाहिए.

बिहार बीजेपी चीफ सम्राट चौधरी का बिना नाम लिए अश्विनी चौबे ने कहा कि पार्टी में दूसरे जगह से आयातीत माल को बर्दाशत नहीं किया जाएगा. हम श्यामा प्रसाद मखर्जी, अटल, आडवाणी और जोशी के सिद्धांतों को कभी छोड़ नहीं सकते हैं.

कौन हैं सम्राट चौधरी?
सम्राट चौधरी के पिता, शकुनी चौधरी एक सैन्यकर्मी से राजनेता बने थे, जिन्होंने कांग्रेस से शुरुआत की और अक्सर कट्टर प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के पार्टी में आते-जाते रहे. सम्राट RJD सुप्रीमो की पत्नी राबड़ी देवी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री थे और 2005 में सत्ता से बाहर होने के बाद काफी समय तक पार्टी के साथ रहे. सम्राट चौधरी कुशवाहा समाज से आते हैं. उनका जन्म 16 नवंबर 1968 को मुंगेर के लखनपुर गांव में हुआ था.

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