जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिवार के सदस्यों को बिहार सरकार मुआवजा नहीं देगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने विधानसभा में स्पष्ट शब्दों में प्रभावित परिवार के लोगों को मुआवजा नहीं देने की बात कही है. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी शासित राज्यों मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का हवाला देते हुए कहा कि वहां पर जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बिहार की तुलना में अधिक है. वहीं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री के बयान का बचाव किया है.
नीतीश कुमार ने सदन में कहा कि बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या अन्य राज्यों से कम है. उन्होंने बीजेपी शासित राज्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब से ज्यादा मौतें हुई हैं.
उन्होंने कहा कि हम तो पहले ही प्रचार कर रहे हैं कि पिओगे तो मरोगे. अब तो हम एक बार फिर हर जगह जाकर के कहेंगे कि शराब के पक्ष में कोई बोल रहा है तो याद रखिए कि यह आपके पक्ष में नहीं जाएगा. नीतीश कुमार ने दो टूक शब्दों में कहा कि शराब पीकर के कोई मर जाएगा तो उसको हम आर्थिक सहायता देंगे, यह सवाल ही पैदा नहीं होता है. यह कभी मत सोचिएगा.
उधर, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश के बयान का बचाव किया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि हर मां-बाप अपने बच्चों को नशा नहीं करने की सीख देते हैं. हर मां बाप अपने बच्चों को नशा नहीं करने की सीख देते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार का बच्चा दूसरे राज्य में पढ़ने जाता है तो उन्हें कहा जाता है कि ड्रग्स वगैरह मत लेना. यह खुद को भी आकलन करना होगा.
बता दें कि बिहार में जहरीली शराब पीने से मौतों के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. बिहार में करीब छह साल पहले शराबबंदी की घोषणा की गई थी. हालांकि यहां पर जहरीली शराब से मौतों के मामले सामने आते रहते हैं.
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