बिहार सरकार ने 17 नर्सिंग संस्थानों को "भारतीय नर्सिंग परिषद" (आईएनसी) के दिशानिर्देशानुसार ऑक्जिलरी नर्सिंग मिडवाइफरी (एएनएम), जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) तथा बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम शुरू करने की अनुमति दे दी है. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में 16 फरवरी को एक अधिसूचना जारी की थी. अधिसूचना के अनुसार, सभी 17 नर्सिंग संस्थानों में कुल 1,020 सीट (प्रत्येक संस्थान में 60-60) होंगी. एएनएम दो साल का डिप्लोमा पाठ्यक्रम है और जीएनएम तीन साल का (छह महीने की इंटर्नशिप सहित) है. बीएससी नर्सिंग चार साल का स्नातक डिग्री कार्यक्रम है।.
अधिसूचना में कहा गया है कि आईएनसी और बिहार सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार नौ संस्थान एएनएम पाठ्यक्रम मुहैया कराएंगे, वहीं चार संस्थान जीएनएम पाठ्यक्रम पेश करेंगे. चार संस्थान बीएससी (नर्सिंग) पाठ्यक्रम पेश करेंगे. एएनएम पाठ्यक्रम संचालित करने वाले संस्थान मंझौल (बेगूसराय), मधेपुरा, नौगछिया, पालीगंज (पटना), पकड़ीदयाल (पूर्वी चंपारण), रक्सौल (पश्चिम चंपारण), फुलपरास (मधुबनी) और धमदाहा और बायसी (पूर्णिया) में स्थित हैं.
जो संस्थान जीएनएम पाठ्यक्रम पेश करेंगे वे मधुबन (सीतामढ़ी), मोतिहारा (किशनगंज), नालंदा और नवादा में स्थित हैं. इसके अलावा जो कॉलेज बीएससी (नर्सिंग) पाठ्यक्रम प्रदान करेंगे वे पूर्णिया, बेतिया, सारण और मुजफ्फरपुर जिलों में स्थित हैं.
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