VIDEO: "मेरा भाई..." पार्टी के साथी को याद कर फूट-फूटकर रोने लगे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बिहार के बक्सर में किसानों पर हुए लाठीचार्ज और मुआवजे को लेकर आंदोलन चला रहे हैं. इस आंदोलन में बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी ने सक्रिय भूमिका निभाई थी. वो केंद्रीय मंत्री के साथ उनके आंदोलन में जुड़े हुए थे.

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अश्विनी चौबे बिहार के बक्सर में किसानों पर हुए लाठीचार्ज और मुआवजे को लेकर आंदोलन चला रहे हैं.

पटना:

केंद्रीय मंत्री और बिहार के बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे (Ashwini choubey) सोमवार को मीडिया के सामने किसानों की बातें करते हुए अचानक फफक-फफक कर रो पड़े. जिसका वीडियो वायरल हो रहा है. बक्सर में किसानों के समर्थन में उपवास के बाद पटना लौटे अश्विनी चौबे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी के निधन की खबर सुनकर दुखी हैं. वह चार दिनों से भूखे-प्यासे उपवास स्थल पर किसानों की समस्या को लेकर मेरा साथ दे रहे थे. उनकी मौत हो गई है.' इसके बाद अश्विनी चौबे कुछ देर तक लगातार रोते रहे.

अश्विनी चौबे बिहार के बक्सर में किसानों पर हुए लाठीचार्ज और मुआवजे को लेकर आंदोलन चला रहे हैं. इस आंदोलन में बीजेपी नेता परशुराम चतुर्वेदी ने सक्रिय भूमिका निभाई थी. वो केंद्रीय मंत्री के साथ उनके आंदोलन में जुड़े हुए थे. उनकी हर प्रेस कॉन्फ्रेंस में, हर प्रदर्शन में वे साथ दिख रहे थे. लेकिन सोमवार को दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मौत हो गई.

भगवान की कृपा से मैं बच गया- अश्विनी चौबे
अश्विनी चौबे ने कहा, 'कल आप लोगों ने देखा कि बक्सर में सड़क दुर्घटना हो गई. काफिले में पुलिस की गाड़ी पलट गई. इस घटना में कुछ पुलिस के जवान घायल हो गए. जो सड़क दुर्घटना हुई, उसके पीछे साजिश रची गई. बीच रोड पर गड्ढा खोल कर रखा गया था. भगवान की कृपा से मैं किसी तरह बच गया.' उन्होंने आगे कहा, 'ये हालात बिहार के हैं. जेडीयू, आरडजेडी और कांग्रेस की महागठबंधन सरकार बिहार में है. बक्सर मेरा संसदीय क्षेत्र हैं, जहां के सवाल को लेकर मैं चिंतित रहता हूं. मुझे बहुत दुख है... जब किसानों को बक्सर मे पीटा गया और रामचरितमानस पर टिप्पणी की गई है. यह बहुत ही दुखद है.'

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उपवास के दौरान गुंडों ने किया हमला 
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, 'बक्सर के चौसा में जिस तरीके से किसानों को पीटा गया, वो दुखद है. मैं 24 घंटे उपवास पर बैठा था. मैं जब रामचरितमानस का पाठ कर रहा था, तो कुछ गुंडे पहुंचते हैं. मुझ पर पत्थर फेंका गया, लेकिन वहां की लोकल पुलिस चुपचाप तमाशा देखती रही. मेरे बॉडीगार्ड नहीं रहते, तो कुछ भी वहां हो सकता था.' अश्विनी चौबे ने कहा, 'सरकार पूरी तरीके से शांत बैठी हुई है. बक्सर के डीएम, एसपी और डीजीपी सभी को मैंने सूचना दी. मेरे बॉडीगार्ड ने कुछ गुंडों को पकड़ा और वहां के लोकल थाने में लेकर गए, लेकिन डीएसपी कह रहे हैं कि मंत्री अपना काम कर रहे हैं, तो यह लोग अपना काम कर रहे हैं. तीन लोगों को थाने पकड़ कर लाया गया था. कुछ दबंग लोग उनको वहां से छुड़ा ले जाते हैं.'

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नीतीश कुमार पर साधा निशाना
नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए अश्विनी चौबे ने कहा, 'बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछना चाहता हूं कि मेरे साथ जो घटना हुई है अभी तक इस मामले में कोई भी अपराधी को क्यों नहीं पकड़ा गया? जो भी पकड़ा गया था उसे भी छोड़ दिया गया.' उन्होंने आगे कहा, 'मैं केंद्र में मंत्री हूं. मेरे प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया. जब मैं उपवास पर बैठा था तो कोई भी पदाधिकारी वहां नहीं पहुंचे. सत्ता के पोषित गुंडे मेरी हत्या कराना चाहते हैं, बिहार के जनता की आशीर्वाद से मैं यहां पहुंचा हूं. बक्सर के किसानों को जिस तरीके से सरकार ने बेरहमी से पिटाई की है. इस मामले में अधिकारियों पर कार्वावाई नहीं होगी तो इसके लिए मैं फिर से आवाज उठाऊंगा. सरकार से मांग करता हूं कि उस अधिकारी पर जल्द से जल्द एफआईआर दर्ज हो और उस पर स्पीडी ट्रायल मुकदमा चलना चाहिए.'

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क्या है मामला?
दरअसल, बीते बुधवार को हुए थर्मल पावर प्लांट के पास प्रदर्शन के दौरान पुलिस और किसानों में भीषण झड़प हुई थी. किसानों का आरोप था कि 85 दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही थी. प्रदर्शन बंद कराने के लिए जब मंगलवार की रात पुलिस ने कुछ किसानों के घर में घुसकर बेरहमी से महिलाओं को भी पीटा. इसी के बाद बुधवार को किसानों ने पावर प्लांट और आसपास के इलाकों में जमकर हंगामा किया.

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आगजनी और तोड़फोड़ भी हुई
इस दौरान आक्रोशित किसानों ने आगजनी और तोड़फोड़ भी की. भीड़ को बेकाबू होते देख पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. सत्तापक्ष ने इसे बीजेपी की ओर से प्रायोजित बता दिया, जिसके बाद गुरुवार (12 जनवरी) को अश्विनी चौबे अपने संसदीय क्षेत्र में हो रहे आंदोलन के बीच अपनी बात रखने पहुंचे थे.

किसानों ने केंद्रीय मंत्री को उल्टे पांव लौटाया
बक्सर से सांसद अश्विनी चौबे ने बनारपुर मैदान में करीब 10 मिनट तक किसानों को संबोधित किया. इसके बाद किसान आक्रोशित हो गए. कुछ किसानों ने विरोध स्वरूप कहा कि वो मंत्री का भाषण सुनने नहीं आए हैं. जब अत्याचार हो रहा था तो कहां थे? आलम यह हो गया कि सांसद चौबे को सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ से बचाने के लिए निकालने में ही भलाई समझी. जब काफिला जाने लगा तो किसी युवक ने गाड़ी पर पत्थर फेंक दिया. हालांकि, इससे किसी को चोट नहीं आई.

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