- बिहार के पहले चरण में 64.66 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ने से एनडीए को फायदा मिला.
- महिलाओं को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से भरोसा मिला, जिससे उनका एनडीए के प्रति समर्थन मजबूत हुआ.
- महागठबंधन के पास विश्वसनीयता और प्रभावी योजनाओं का अभाव है, इसलिए उसे व्यापक समर्थन नहीं मिल पाया.
केंद्रीय मंत्री और बिहार बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से एनडीटीवी ने एक्सक्लूसिव बात की और ये जानने की कोशिश की बिहार के पहले चरण में 64.66 प्रतिशत हुए मतदान को लेकर बीजेपी का क्या सोच रही है. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि विश्लेषकों ने पिछली बार भी और इस बार भी साफ कहा था कि अगर महिलाएं वोट करने आएंगी तो एनडीए को फायदा होगा. यहां की राज्य सरकार और दिल्ली की केंद्र सरकार जिस प्रकार की महिला आधारित कार्यक्रमों को बनाई है, इससे महिलाओं का नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी पर भरोसा बढ़ा है. महिलाएं अनाज के बारे में गिनाती हैं, भत्ता के बारे में गिनाती हैं और अभी-अभी जो जीवीका दीदीयों को अनुदान मिला है, इस सारे पैकेज के कारण ज्यादा संख्या में महिलाओं वोट देने आईं. इसके कारण एनडीए प्रचंड बहुमत की ओर बढ़ेगी.
महागठबंधन के लिए क्यों नहीं वोट
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि महागठबंधन के पास कुछ कार्यक्रम, योजना या विश्वसनीयता होती तो शायद कुछ होता. प्रजातंत्र में विश्वसनीयता बहुत बड़ा फैक्टर होता है. चुनाव में वादे तो सब करते हैं, कोई कहता है कि मैं चांद लाकर दूंगा, कोई कहता है कि सूरज लाकर दूंगा, तारें भी ले आऊंगा, हिमालय जी को भी ले आऊंगा, वादे तो वादे होते हैं पर उसको पूरा कौन कर पाएगा, ये एक परखा हुआ विषय है.
एनडीए को ही क्यों मान रहे
बिहार बीजेपी के चुनाव प्रभारी ने कहा कि बिहार की जनता ने पिछले 20 सालों में एनडीए को परखा है. बार-बार चुना है और इस बार तो उसका सारा रिकॉर्ड टूटने वाला है. विश्लेषकों के इस दावे पर कि जब ज्यादा प्रतिशत में मतदान होता है तो सरकार बदलती है पर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मैं आपको कई ऐसे उदाहरण दे सकता हूं, जहां प्रो इनकंबेंसी वोट भी आते हैं. जिन्होंने कभी काम नहीं किया, लोगों को ठगा, लोगों के साथ छल किया, उनके मन में रहता है कि हम बार-बार चुनकर आएंगे कि नहीं. गुजरात में हम निरंतर जीत रहे हैं. मध्य प्रदेश में हम निरंतर जीत रहे हैं. महाराष्ट्र में हमने फिर जीता. लगभग तीन टर्म से हम वहां सरकार बना रहे हैं. बिहार में ही हम पिछले 20 साल से हम शासन कर रहे हैं. हमारे विपक्षियों के सामने ये प्रश्न रहना स्वाभाविक है. केंद्र में भी हम लगातार तीन बार पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार बना रहे हैं. ये एंटी इंकमबेंसी वोट थोड़े ही ना है, ये प्रो इंकमबेंसी वोट है. अभी जो काम करेगा, लोगों का उसके प्रति विश्वास भी बढ़ेगा.
विजय सिन्हा से मोकामा पर रखी बात
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हर विधानसभा में महिलाओं की वोटिंग बढ़ी है. पुरुष और महिलाओं की तुलना करें तो 8 से 9 फीसदी मतदान का अंतर है. क्या नीतीश कुमार ही सीएम बनेंगे पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है. पीएम मोदी ने भी ये बोल दिया है. हमारे यहां वैकेंसी नहीं है. उनके यहां वैकेंसी है कि भाई बनेगा, कि बहन बनेगी कि कोई और बनेगा. लखीसराय में विजय कुमार सिन्हा के विवाद पर बोले कि चुनाव में ऐसी छोटी-मोटी घटनाएं होती हैं. चुनाव में नोक-झोंक होती ही है. बुलडोजर वाले विजय सिन्हा के बयान पर बोले कि गुस्से में बोलना अलग बात है, मगर हम जनता के साथ हम हाथ जोड़ते हैं. मोकामा पर बोले कि कल मोकामा ने शांति से वोट किया है. बढ़ा-चढ़ाकर बोलने से जंगलराज से तुलना नहीं की जा सकती. आजाद भारत में किसी भी इलाके में ऐसी स्थिति नहीं थी. आपातकाल में भी ऐसी स्थिति नहीं थी. आज 121 सीटों का चुनाव हो गया, कहीं बूथ कैप्चरिंग या हिंसा की खबर नहीं आई.














