- बिहार विधानसभा चुनाव का मतगणना कार्य शुक्रवार सुबह आठ बजे से सभी गणना स्थलों पर शुरू होगा.
- बीजेपी नेतृत्व विकास को जनता के वोट का कारण मान रहा है जबकि विपक्ष इसे बदलाव की इच्छा के रूप में देख रहा है.
- तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल की भविष्यवाणियों को खारिज कर उन्हें पिछली गलत खबरों से जोड़कर असत्य बताया है.
बिहार चुनाव का रिजल्ट शुक्रवार को आएगा. वोटों की गिनती का काम सभी गणना स्थलों पर सुबह आठ बजे से शुरू होगा. मगर एग्जिट पोल्स और समर्थकों के दावों के आधार पर बीजेपी, आरजेडी समेत अनंत सिंह जैसे प्रत्याशियों के समर्थकों ने दावत की तैयारी शुरू कर दी है. वहीं कांग्रेस और जन सुराज के प्रत्याशियों उतने मुखर नहीं दिख रहे. तेज प्रताप यादव की पार्टी जेजेडी और ओवैसी की पार्टी आईएमआईएम के समर्थकों की तो नींदें उड़ी हुई हैं. हालांकि, सभी प्रत्याशियों को कल सुबह का इंतजार है. कल 1-2 बजे तक ज्यादातर उम्मीदवारों को इस कयामत भरे इंतजार से निजात मिल जाएगी. किसी का बहुत बुरा समय आया और टक्कर कड़ी हुई तो फिर देर शाम तक उन प्रत्याशियों के दिलों की धड़कने बढ़ी ही रहेंगी.
एग्जिट पोल में जीत तय देख बीजेपी दफ्तर के बाहर मिठाई की दुकान लगाने वाले का गदगद वीडियो देखकर आप भी गदगद हो जाएंगे चाहे आप तेजस्वी की ही जीत क्यों ना चाहते हों. सोशल मीडिया पर इस दुकानदार का वीडियो वायरल हो रहा है.सुनील द क्रिकेटर @1sInto2s नाम के यूजर ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए बताया, "2 जून, 2024 को एग्जिट पोल के नतीजे देखने के बाद बीजेपी कार्यालय के बाहर मिठाई वाला." हालांकि, उनका ये दावा गलत है. ये सज्जन आशीष भलंग कीर हैं और मध्य प्रदेश के उज्जैन के रहने वाले हैं. ये अक्सर वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालते रहते हैं.
मिठाइयों के ऑर्डर और दावे
- बीजेपी-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' दोनों ने ही अपनी जीत का विश्वास जता रहे हैं. एनडीए जहां उच्च मतदान को “सुशासन के समर्थन में जनादेश” के रूप में देख रहा है, वहीं विपक्ष इसे “परिवर्तन की जनता की इच्छा” का संकेत मान रहा है. एनडीए खेमे में उत्साह का माहौल है और भाजपा नेता पहले से ही “विजय दिवस” के अवसर पर मिठाइयों के बड़े ऑर्डर दे दिए हैं.
- केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा, “लोगों ने विकास के लिए वोट दिया है, जो केवल नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में संभव है. एग्जिट पोल जनता की भावना को दर्शाते हैं, हालांकि हमें विश्वास है कि वास्तविक जीत का अंतर इससे भी बड़ा होगा.” जद(यू) के वरिष्ठ नेता और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलेगा और जद(यू) एक बार फिर “राज्य की नंबर एक पार्टी” के रूप में उभरेगी. उन्होंने कहा, “हम 65–70 से कम सीटें नहीं जीतेंगे. एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं करता, लेकिन एनडीए 130–135 सीटों के साथ आरामदायक बहुमत में रहेगा.”
- वहीं, राजद नेता और विपक्षी गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने इन सभी भविष्यवाणियों को खारिज किया और कहा कि “जैसे अतीत में मीडिया ने ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में बढ़ा चढ़ा कर खबरें दी थीं या अभिनेता धर्मेंद्र की ‘मृत्यु' जैसी गलत खबर दी थी वैसे ही इस बार भी एग्जिट पोल गलत साबित होंगे.”
- कांग्रेस के मीडिया और प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने भी कहा कि उच्च मतदान जनता के असंतोष और बदलाव की इच्छा का संकेत है. उन्होंने कहा, “मैं लंबे समय से बिहार में हूं और जनता का मूड साफ महसूस किया है. बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से नाराज़ लोगों ने एनडीए को सबक सिखाने के लिए वोट दिया है. हम जीतेंगे और अगली सरकार बनाएंगे.”
- भाकपा (माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि जमीनी रिपोर्ट और उच्च मतदान प्रतिशत दोनों दर्शाते हैं कि “बिहार ने बदलाव के लिए वोट दिया है.” उन्होंने कहा, “भारत में चुनाव अब एक तरह की बाधा दौड़ बन गए हैं. बिहार के लोगों ने मतदान प्रक्रिया को सुरक्षित रखकर दूसरा चरण पार किया है, अब सही मतगणना सुनिश्चित कर तीसरी बाधा को पार करना होगा.”
अनंत सिंह के घर जश्न की तैयारी
अनंत सिंह का अपना अलग अंदाज है. फिलहाल जेल में हैं, मगर चुनाव परिणाम को लेकर निश्चिंत हैं. उनके यहां रिजल्ट वाले दिन बड़ा भोज होता है. इस बार भी भोज की तैयारी है. कार्यकर्ताओं ने बताया कि चार-पांच दिन से सारी तैयारी चल रही है. रिजल्ट के दिन अचानक इतने लोगों को ठहराने और खिलाने की व्यवस्था तो हो नहीं सकती, इसलिए पहले से ही सारा इंतजाम किया जा रहा है. कुछ यही हाल अपनी जीत तय मानने वाले प्रत्याशियों का है. कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने कुछ किलों मिठाइयों का तो ऑर्डर कर रखा है और साथ ही ये भी निर्देश दिए हैं कि 10 बजे तक रिजल्ट के रुझान देखते हुए मिठाइयां बनाई जाएं. वैसे कई मिठाई दुकानदार खुद से भी ज्यादा मात्रा में लडडू बना रहे हैं. उन्हें पूरा भरोसा है कि प्रत्याशी या उनके समर्थक चुनाव रिजल्ट के बाद लड्डू खरीदने जरूर आएंगे.













