बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी ने बुधवार देर रात अपनी तीसरी लिस्ट जारी कर दी. बीजेपी की ये फाइनल लिस्ट है. इसमें 18 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. राघोपुर से आरजेडी के तेजस्वी यादव के सामने सतीश यादव को उम्मीदवार बनाया गया है. इसके अलावा आरजेडी से बीजेपी में शामिल हुए भरत बिंद और संगीता कुमारी को भी टिकट दिया गया है.
इस लिस्ट में रामनगर (SC) से नंद किशोर राम, नरकटियागंज से संजय पांडेय, बगहा से राम सिंह, लौरिया से विनय बिहारी को टिकट दिया गया है. इसी तरह नौतन से नारायण प्रसाद, चनपटिया से उमाकांत सिंह, हरसिद्धि (SC) से कृष्णनंदन पासवान और कल्याणपुर से सचिंद्र प्रसाद सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है.
बीजेपी की इस फाइनल लिस्ट में चिरैया से लालबाबू प्रसाद गुप्ता, कोचाधामन से बीणा देवी, बायसी से विनोद यादव, राघोपुर से सतीश कुमार यादव को मैदान में उतारा गया है. राघोपुर से आरजेडी नेता तेजस्वी यादव चुनाव लड़ रहे हैं.
इसी तरह बीजेपी ने बिहपुर से कुमार शैलेंद्र, पीरपैंती (SC) से मुरारी पासवान, रामगढ़ से अशोक कुमार सिंह, मोहनिया (SC) से संगीता कुमारी, भभुआ से भरत बिंद और गोहसे रणविजय सिंह को पार्टी उम्मीदवार बनाया गया है.
बीजेपी ने अपने कोटे की सभी 101 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने पहली सूची में 71, दूसरी सूची में 12 और अब तीसरी सूची में 18 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है.
भाजपा की पहली और दूसरी लिस्ट देखकर लगता है कि पार्टी ने राजपूत, भूमिहार, ब्राह्मण और वैश्य वर्ग पर राजनीतिक दांव लगाया है. अधिकांश जगहों पर उम्मीदवार इन्हीं जातियों से चुने गए हैं, जबकि यादव समुदाय के कई नेताओं के टिकट कट गए. यहां तक कि विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव तक को टिकट नहीं मिल सका.
भाजपा की पहले की दो सूचियों से साफ है कि जहां-जहां सवर्ण जातियां सामाजिक और आर्थिक रूप से प्रभावशाली हैं, उन इलाकों में पार्टी ने खुलकर उन्हीं को टिकट दिया है. यह वर्ग राज्य में लगभग 36 प्रतिशत वोटों का हिस्सा रखता है.