जल्‍द पकड़ के आएंगे गोपाल खेमका के हत्‍यारे, CM नीतीश खुद कर रहे केस की मॉनीटिरिंग, बिहार डीजीपी का दावा

डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि गोपाल खेमका हत्‍याकांड काफी उलझा हुआ है, कोई सुराग नहीं मिल रहा है. इसलिए कई एंगल से मामले की जांच कर मामला सुलझाने की कोशिश की जा रही है. हम बतौर DGP इसे चुनौती के तौर पर ले रहे हैं.

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बहुत जल्द इस हत्‍याकांड की पूरी गुत्‍थी सुलझ जाएगी
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  • बिहार डीजीपी विनय कुमार ने गोपाल खेमका हत्याकांड को सुलझाने में जुटी एसटीएफ टीम
  • हत्‍याकांड काफी उलझा हुआ है, कोई सुराग नहीं मिल रहा है.
  • डीजीपी ने कहा कि हत्याकांड की गुत्थी जल्दी सुलझाने की उम्मीद है
  • गोपाल खेमका को पुलिस की तरफ से अंगरक्षक दिया गया था, लेकिन
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पटना:

गोपाल खेमका हत्याकांड मामले को लेकर बिहार डीजीपी विनय कुमार का बड़ा बयान सामने आया है. पटना पुलिस की टीम और एसटीएफ की टीम कारगर ढंग से कम कर रही है. रविवार को एसटीएफ में जाकर जांच की है. इस मामले में काफी प्रोग्रेस हुई है, लेकिन अभी इस सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है. मान कर चलिए कि बहुत जल्द इस हत्‍याकांड की पूरी गुत्‍थी सुलझ जाएगी. डीजीपी का कहना है कि एसटीएफ की टीम इस मामले में जांच कर रही है. दो संदिग्‍धों को हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ चल रही है.

 DGP इसे चुनौती के तौर पर ले रहे

डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि ये हत्‍याकांड काफी उलझा हुआ है, कोई सुराग नहीं मिल रहा है. इसलिए कई एंगल से मामले की जांच कर मामला सुलझाने की कोशिश की जा रही है. हम बतौर DGP इसे चुनौती के तौर पर ले रहे हैं. मुख्यमंत्री जी(नीतीश कुमार) खुद काफी संवेदनशील हैं. मुख्यमंत्री खुद दिशा निर्देश दे रहे हैं, पूरे मामले की मॉनीटिरिंग कर रहे है.

क्‍या पुलिस घटनास्थल पर लेट से पहुंची?

क्‍या पुलिस घटनास्थल पर लेट से पहुंची... इस सवाल पर डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि जहां पर घटना हुई, वहां से लेकर उनको मेडिवर्सल अस्पताल 2:30 बजे लोग पहुंचे थे. कुछ मिनट के बाद कंकड़बाग थाना अध्यक्ष वहां पहुंच चुके थे. पुलिस की भी प्राथमिकता बनती है कि जो घायल थे उनके अस्पताल पहुंचाया जाए. हालांकि, इस बारे में भी जांच की जा रही है, जो लोग दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी. 

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क्‍यों हटाई गई सुरक्षा?

गोपाल खेमका को पुलिस की तरफ से अंगरक्षक दिया गया था, फिर भी हत्‍यारों ने हमला कर दिया. विनय कुमार ने बताया कि अंगरक्षक 2018 में प्रदान किया गया था. 6 साल तक इनके पास पुलिस सुरक्षा थी. अप्रैल 2024 के बाद उनके पास सुरक्षा नहीं थी. इस पर भी जांच की जा रही है. सूचना मिली थी कि वह खुद के बॉडीगार्ड तैनात किये हुए थे. लेकिन पदाधिकारी जिनकी वजह से सुरक्षा हटाई गई थी, उन पर भी अगर दोषी पाए जाते हैं, तो करवाई होगी.

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उन्‍होंने बताया कि संदेह के आधार पर दर्जन लोगों को डिटेल किया गया है. पूछताछ की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है. उम्मीद की जा रहा है कि हत्यारे तक हम जल्‍द पहुंच जाएंगे. बेउर जेल में भी इस मामले को लेकर जांच की जा रही है.

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