बिहार बीजेपी (Bihar BJP) के विधान पार्षद टुन्ना पांडेय (Tunna Pandey) को उनकी पार्टी ने कारण बताओ नोटिस थमाया है. पार्टी की अनुशासन समिति ने पांडेय को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर एक विवादास्पद टिप्पणी करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है. बीजेपी की सहयोगी और सरकार में साझेदार जदयू ने उनकी टिप्पणी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया था.
एक दिन पहले ही पांडेय ने समाचार एजेंसी ANI से कहा था, नीतीश कुमार एक 'परिस्थितिजन्य' मुख्यमंत्री हैं. नीतीश कुमार मेरे नेता नहीं हैं. पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को इस सच बोलने की सजा मिली थी. मेरा महागठबंधन से कोई संबंध नहीं है, मैं सिर्फ बीजेपी का एक नेता हूं.'
इससे पहले उन्होंने ट्विटर पर लिखा था,मैंने जो कहा सच ही कहा, इस बार के भी हुए विधानसभा चुनाव में भी जनता ने @yadavtejashwi जी को अपना मत देकर चुना था लेकिन सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करके नीतीश जी आज सत्ता में राज कर रहे हैं."
टुन्ना पांडेय के इस बयान पर जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भारी नाराजगी जताई थी और बिहार बीजेपी अध्यक्ष से इसकी शिकायत करते हुए ट्वीट किया था, "यह बयान आप तक भी पहुंच ही रहा होगा, @sanjayjaiswalMP जी. ऐसा बयान अगर किसी जद(यू) के नेता ने भाजपा या उसके किसी नेता के बारे में दिया होता तो......अबतक.........!"
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बता दें कि सीवान के रहने वाले टुन्ना पांडेय बीजेपी से विधान पार्षद हैं, जबकि उनके भाई बच्चा पांडेय बड़हरिया से आरजेडी के विधायक हैं. 2016 में टुन्ना पांडेय पर रेल यात्रा के दौरान छेड़खानी काआरोप लगा था. इस मामले में उन्हें जेल की हवा भी खानी पड़ी थी. माना जाता है कि तभी से टुन्ना पांडेय मुख्यमंत्री और अपनी ही पार्टी के नेताओं से नाराज हैं. वो मौके-बेमौके पार्टी लाइन से हटकर बयान देते रहते हैं.