बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है. इसमें 143 उम्मीदवारों के नाम हैं. राजद ने उम्मीदवारों के चयन में सामाजिक समीकरणों का ध्यान रखा है. उसने अब तक 24 महिलाओं को टिकट दिया है. इस तरह से राजद इस विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक महिलाओं को टिकट देने वाली पार्टी बन गई है. एनडीए गठबंधन में शामिल बीजेपी ओर जेडीयू ने 13-13 महिलाओं को टिकट दिए हैं.
बिहार चुनाव में महिलाएं
बिहार की राजनीति में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. महिलाओं की मतदान में हिस्सेदारी साल-दर-साल बढ़ती ही जा रही है. यह लोकतंत्र में उनकी बढ़ती रुची का प्रतीक है. लेकिन जब महिलाओं को चुनाव में टिकट देने की बारी आती है तो राजनीतिक दल कन्नी काट जाते हैं. इसे इस बार के बिहार चुनाव में भी देखा जा सकता है.
बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू और बीजेपी इस बार 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों दलों ने 13-13 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है. इसी तरह से एनडीए की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) 29 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. उसने छह महिलाओं को टिकट दिए हैं. इनमें भी उन महिलाओं को संख्या अधिक है, जो किसी नेता की पत्नी या बेटी हैं.
आरजेडी ने कितनी महिलाओं को दिया है टिकट
वहीं अगर हम विपक्षी महागठबंधन की बात करें तो इसकी सबसे बड़ी पार्टी राजद ने अब तक 143 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है. आरजेडी की लिस्ट में 24 महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. आरजेडी ने 20 फीसदी से भी कम महिलाओं को टिकट दिए हैं. वहीं विपक्षी महागठबंधन की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस की ओर से 60 सीटों पर घोषित उम्मीदवारों में केवल पांच महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. कांग्रेस ने 10 फीसदी से भी कम महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारा है.
चुनाव से पहले धराशायी हुआ विपक्षी एकता
आरजेडी ने आधिकारिक तौर पर कांग्रेस के लिए 55 सीटें छोड़ी थीं, लेकिन कांग्रेस ने अबतक 60 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. ऐसी खबरें है कि वह करीब 65 सीटों पर चुना लड़े. ऐसे में बिहार की कुछ सीटों पर विपक्षी महागठबंधन के उम्मीदारों के बीच फ्रेंडली फाइट देखने को मिल सकती है.
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