बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन ने मंगलवार को घोषणा की कि उसका सबसे बड़ा घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) मोकामा और गोपालगंज विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में उम्मीदवार उतारेगा. राज्य राजद मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, जिनकी पार्टी सात दलों के सत्तारूढ़ ‘महागठबंधन' में घटक है ने इस आशय की घोषणा की. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू), कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकापा),भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) सहित महागठबंधन के अन्य सहयोगी दलों के नेता भी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे और उन्होंने दावा किया कि दोनों सीटों पर महागठबंधन विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हरा देगा.
दोनों सीटों के लिए भाजपा ने कुछ दिन पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी.वहीं, मांझी ने राजद उम्मीदवारों के नामों का खुलासा किया. मोकामा सीट को लेकर उत्सुकता का महौल है. यहां से चार बार के विधायक रहे अनंत कुमार सिंह को अदालत ने उनके आवास से हथियार और विस्फोटक मिलने के मामले में दोषी ठहराया था जिसकी वजह से उन्हें अयोग्य करार दिया गया था और इस सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी. उप चुनाव में सिंह की पत्नी नीलम देवी राजद उम्मीदवार होंगी. नीलम देवी वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मुंगेर से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरी थीं लेकिन असफल रहीं. हाल में राजद के उत्तराधिकारी माने जाने वाले उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ बैठक के बाद नीलम देवी को पार्टी का टिकट मिला था.
भाजपा करीब तीन दशक के बाद मोकामा से चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने सोनम देवी पर दांव लगाया है जिनके पति अनंत सिंह की तरह ही भूमिहार जाति से आते हैं और एक स्थानीय बाहुबली हैं. नीलम के सामने सीट बरकरार रखने की चुनौती होगी. गोपालगंज में राजद ने एक पुराने पार्टी नेता मोहन प्रकाश गुप्ता को चुनावी मैदान में उतारा है, जो वैश्य समुदाय से हैं और इस समुदाय के लोगों को बड़े पैमाने पर भाजपा के समर्थकों के रूप में देखा जाता है. गोपालगंज सीट चार बार के भाजपा विधायक रहे सुभाष सिंह की हाल में हुई मृत्यु के बाद खाली हुई थी. भाजपा ने उनकी पत्नी कुसुम देवी को टिकट दिया है और उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है.