जकरात के पैसों से आतंकी साजिश, मुस्लिम राष्ट्र बनाने का था प्लान... जयपुर में PFI मॉड्यूल का भंडाफोड़

चार्जशीट के मुताबिक PFI ने जयपुर के पंजाब नेशनल बैंक में खोले गए बैंक अकाउंट को भी खंगाला- जिसमें पता चला कि साल 2011 से 2022 के दौरान रूपये 2,98,47,916.99 पैसे जमा हुए, जिसमें से रूपये 2,96,12,429.50 निकाल लिये गये. ये करोड़ो रुपये देश के मासूम मुसलमानो से जकरात के नाम पर इक्कठा किये गए थे

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नई दिल्ली:

जयपुर में PFI मॉड्यूल पर बड़ा खुलासा हुआ है. NIA की जांच में पता चला कि ये लोग योगशाला की आड़ में हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते थे. जकात के नाम पर वसूले गए पैसों से PFI के आतंकी ट्रेनिंग कैंप चलते थे. योगशाला और अखाड़ो की आड़ में इन ट्रेनिंग कैम्प की आड़ में नौजवानों को हथियार चलाने और मार्शलाट की ट्रेनिंग करवाई जा रही थी.

इसके अलावा फोन से कई और फोटो और वीडियो भी बरामद हुए है, जिसमें पुरुषों और महिलाओं को एयरगन पकडे देखा जा सकता है. इसके अलावा एक और फोटो बरामद हुई है जिसमें पुरषों और महिलाओं को बॉक्सिंग की ट्रेनिंग दी जा रही है. पीछे पीएफआई का झंडा और आजादी महोत्सव का पोस्टर देखा जा सकता है.

PFI की पाठशाला में नौजवानों को भड़काऊ वीडियो दिखाकर भारत में 2047 में मुस्लिम राष्ट्र बनाने पर जोर दिया जाता है और इसके लिए ख़ुद की जान भी देनी पड़े तो पीछे ना हटने के लिए तैयार किया जाता है.

ब्रेनवाश करने के बाद कैडर को दो हिस्स में फिजिकल ट्रेनिंग दी जाती है. पहली बेसिक- जिसमें सदस्यों को मार्शल आर्ट, मुक्केबाजी, एयरगन से शूटिंग आदि सिखाई जाती है. प्रशिक्षण के पहले भाग का उद्देश्य शारीरिक रूप से फिट व्यक्तियों की पहचान करना है जो उन्नत स्तर का प्रशिक्षण के कार्यक्रम से गुजरने में सक्षम हो, जिसे उन्नत कुल्हाडी भी कहा जाता है.

ट्रेनिंग के दूसरे हिस्से यानी कुल्हाड़ी में तलवार, चाकू या हथियार का उपयोग और व्यक्ति के सिर, छाती, कंधे और अन्य कमजोर हिस्सों पर हमला करने की तकनीक सिखाई जाती है. इस प्रकार का प्रशिक्षण प्रदान करने का उ‌द्देश्य पीएफआई कैडरों को भारत सरकार, हिन्दु संगठनों और अन्य धार्मिक संगठनों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रशिक्षित करना है. ताकि 2047 तक भारत में मुस्लिम शासन स्थापित किया जा सके

डेमोक्रेटी पार्टी ऑफ इण्डिया (एसडीपीआई) का समर्थन हासिल है, ताकि भारत में 2047 तक इस्लामिक शासन लागू करने के मंसूबों को अंजाम दे सके. अन्वेषण के दौरान पीएफआई के सदस्यों के जयपुर, कोटा, सवाई माधोपुर, भीलवाडा, बूंदी समेत 120 20 स्थानों पर सर्च अभियान चलाय गया, जिसके दौरान चाकू, एयरगन, कुल्हाडी प आपत्तिजनक डिजीटल डिवाईसेस और दस्तावेजात जब्त किए गए, जिन्हें सीएफएसएल नई दिल्ली प सी-डेक थिरूअनंतपुरम डाटा एक्सटेशन और रिपोर्ट के लिए भेजा गया.

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चार्जशीट के मुताबिक PFI ने जयपुर के पंजाब नेशनल बैंक में खोले गए बैंक अकाउंट को भी खंगाला- जिसमें पता चला कि साल 2011 से 2022 के दौरान रूपये 2,98,47,916.99 पैसे जमा हुए, जिसमें से रूपये 2,96,12,429.50 निकाल लिये गये. ये करोड़ो रुपये देश के मासूम मुसलमानो से जकरात के नाम पर इक्कठा किये गए थे, जिन्हें बाद में हथियारों की खरीद, हथियारों के ट्रेनिंग कैम्प चलाने और चुनिंदा लोगों को टारगेट करने के लिए इस्तेमाल किए गए.

NIA ने हाल में इनके ठिकानों पर रेड भी की थी, जहां जयपुर में PFI के कार्यालय से NIA को जांच में एक लाल रंग की डायरी भी बरामद हुई है. इसमें ऐसे लोगों के नाम हैं, जो इन्हें सपोर्ट करते हैं. साथ ही ऐसे लोगों के भी नाम थे, जो सहयोग नहीं करते. उन अधिकारियों की भी डिटेलिंग की हुई थी, जिनसे काम पड़ता रहता है. इस पर PR और मीडिया लिखा हुआ था.

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