पंजाब के मोहाली में हुए आतंकी हमले के मामले में बड़ा खुलासा, तार लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़े

सवाल उठ रहा है कि कि क्या ISI और खालिस्तानी आतंकी रिंदा और लाडा अब पंजाब में लॉरेंस विश्नोई जैसे गैंगस्टरों का इस्तेमाल कर रही है?

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सीसीटीवी की तस्वीर में लॉरेंस गैंग का एक गैंगस्टर दीपक और उसका साथी नजर आ रहा है.

नई दिल्ली:

Mohali terrorist attack: पंजाब के मोहाली आतंकी हमले (RPG अटैक) मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मोहाली पुलिस हेडक्वार्टर पर RPG (Rocket-Propelled Grenade) अटैक मामले के तार गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़े हुए पाए गए हैं. लॉरेंस विश्नोई गैंग का एक गुर्गा RPG अटैक मामले का एक मुख्य आरोपी है. लॉरेंस गैंग के इस गैंगस्टर ने ही अपने एक साथी के साथ मिलकर पुलिस हेडक्वार्टर पर RPG से अटैक किया था. RPG अटैक के ठीक पहले की एक CCTV की तस्वीर में लॉरेंस गैंग का एक गैंगस्टर दीपक और उसका साथी नजर आ रहा है.

सवाल उठ रहा है कि कि क्या ISI और खालिस्तानी आतंकी रिंदा और लाडा अब भारत में और खासकर पंजाब में लॉरेंस विश्नोई जैसे गैंगस्टरों का इस्तेमाल कर रही है? दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और चंडीगढ़ इंटेलीजेंस की तफ्तीश की जांच में ये खुलासा हुआ है. 

हरियाणा के झज्जर का रहने वाला दीपक लॉरेंस विश्नोई गैंग से जुड़ा है और उस पर आधा दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. यही दीपक मोहाली RPG अटैक मामले एक मुख्य वांटेड भी है. यूपी का रहने वाला एक नाबालिग भी इस अटैक में दीपक के साथ मौजूद था जो फरार चल रहा है. वह तीन महीने के बाद बालिग होने वाला है.

CCTV की तस्वीर में अटैक के ठीक पहले दीपक फोन पर बात करते हुए दिख रहा है. उसके साथ नाबालिग साथी भी है. दोनों पैदल चलते नजर आ रहे हैं. वे आगे जाकर एक पार्क के पास रुक जाते हैं. उस पार्क में ही अटैक में शामिल एक अन्य आरोपी RPG रखकर चला जाता है. उसे दीपक और यह नाबालिग चलाकर मोहाली के पुलिस हेडक्वार्टर पर अटैक करते हैं और फरार हो जाते हैं.

बता दें कि बीते सालों में चंडीगढ़ में एक बेहद की सनसनीखेज कत्ल की वारदात को लॉरेंस विश्नोई ने राजस्थान की भरतपुर जेल में बंद होने के बावजूद अंजाम दिया था. ये काम लॉरेंस के एक खास गैंगस्टर राजू बसौदी ने अंजाम दिया था और इस हत्याकांड में दीपक भी शामिल था.

चंडीगढ़ में सोनू शाह नाम के एक प्रॉपर्टी डीलर की बड़ी ही बेरहमी से गोलियां दागकर दिनदहाड़े लॉरेंस गैंग के गुर्गों ने हत्या कर दी थी जिसमें लॉरेंस विश्नोई को भी बाद में नामजद कर उससे चंडीगढ़ पुलिस ने पूछताछ की थी. इस हत्याकांड में भी दीपक का हाथ था. तब से दीपक  फरार है और कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा है.

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यही नहीं दीपक ने हरियाणा के ही रहने वाले और चंडीगढ़ में स्टडी करने आए दो छात्रों की भी वर्चस्व की लड़ाई के चलते हत्या कर दी थी. उसने एक कत्ल नांदेड़ में भी किया था.

दीपक एक चोरी के मुकदमे में जब पहली बार जेल में बंद हुआ था तब जेल में बंद लॉरेंस के गुर्गों ने उसे लॉरेंस विश्नोई गैंग में शामिल करवाया था. फिर उसने जेल से ही लॉरेंस से कई दफा बात भी की. फिर वह चंडीगढ़ में इन तीन बड़ी वारदातों में शामिल रहा जो सीधे तौर पर लॉरेंस के इशारे पर हुई थीं. 

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RPG अटैक मामले में पाकिस्तानी आतंकी रिंदा और कनाडा में बैठे लखविंदर सिंह लांडा का नाम सामने आया है. दरअसल लखविंदर भी पहले गैंगस्टर था और हरविंदर रिंदा का साथी भी रहा है. सवाल है कि क्या ये दोनों आतंकी भारत में, और खासकर पंजाब में आतंक फैलाने के लिए गैंगस्टरों ओर लॉरेंस के गुर्गों का इस्तेमाल कर रहे हैं?

कौन है रिंदा

रिन्दा की दो नई तस्वीरें भी सामने आई हैं जो उसके पाकिस्तान भागने के ठीक पहले की हैं. इनमें से एक में वह अपनी पत्नी के साथ एक धार्मिक स्थल पर नजर आया था. पाकिस्तान में बैठकर करनाल, महाराष्ट्र में बम और हथियारों का जखीरा भेजने वाले हरविंदर सिंह रिंदा को बब्बर खालसा इंटरनेशनल का इंडिया हेड बनाया गया था.  करनाल से IED के साथ गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में ये खुलासा किया है. मोहाली ब्लास्ट में भी एजेंसियों को हरविंदर सिंह रिंदा पर ही शक है. 

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दरअसल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी पंजाब के गैंगस्टरों को लालच देती रहती हैं. साल 2021 में दुबई से गिरफ्तार करके भारत डिपोर्ट किए गए गैंगस्टर सुख भिखारीवाल ने भी पूछताछ में खुलासा किया था कि पंजाब में टारगेट किलिंग को अंजाम देने के बदले में ISI के अफसरों ने उसे खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट का चीफ बनाने का ऑफर दिया था.

सूत्रों के मुताबिक बब्बर खालसा का हेड बनाए जाने के बाद से रिंदा काफी एग्रेसिव है और पंजाब में फैले अपने क्राइम सिंडिकेट के जरिए अब तक पंजाब, हैदराबाद और महाराष्ट्र में RDX की खेफ पहुंचा चुका है.

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रिंदा भारत में आतंकी वारदात को अंजाम देकर खालिस्तानी आतंकियों के बीच बड़ा नाम बनना चाहता है. 

दरअसल, 10 साल की उम्र में ही पंजाब के तरन तारन को छोड़कर रिंदा महाराष्ट्र के नांदेड जाकर रहने लगा और अपराध की दुनिया के बदमाशों और नांदेड़ के अलग-अलग गैंगों के साथ जुड़ गया था. सबसे पहले रिंदा पुलिस रोजनामचे में वांटेड भी नांदेड़ से ही हुआ था. नांदेड़ में ही रिंदा और उसके परिवार की प्रॉपर्टी भी है.

रिंदा के पिता 63 साल के चरण सिंह, जो डोजियर के मुताबिक औरंगाबाद जेल में बंद हैं, सचखंड गुरुद्वारा नादेंड़ के पास ही रहते हैं. रिंदा की मां बलबीर कौर भी नांदेड़ में रहती थी, जो फिलहाल नासिक में कहीं रह रही हैं. हालांकि उसके बारे में एजेंसियों के पास जानकारी नहीं है. वहीं रिंदा का एक भाई सुरेंद्र सिंह था, जिसकी मत्यु हो चुकी है. दूसरा भाई शरब जोत सिंह औरंगाबाद जेल में बंद है. यही नहीं, जुर्म की दुनिया में रिंदा के करीबी रहे पंजाब के गैंगस्टर जसपाल सिंह जस्सी पर भी नांदेड़ में मुकदमा दर्ज है.

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