ISIS के संदिग्ध आतंकी का बड़ा कबूलनामा, गुजरात में आतंकी हमले के लिए की गई थी रेकी

31 साल का शाहनवाज आलम हजारीबाग का रहने वाला है.शहनवाज आलम के मोबाइल फोन से बम बनाने की दर्जनों तस्वीरों को बरामद किया गया है. शहनवाज के मुताबिक, उसकी पत्नी एक हिन्दू थी जिसे उसने इस्लाम धर्म कबूल करवा के मुस्लिम बनाया.दोनो की मुलाकात AMU में हुई और उसकी पत्नी भी आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गई.

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ISIS के हैंडलर अबु सुलेमान के कहने पर गुजरात को टारगेट करने का बनाया था प्लान

हाल में पकड़े गए ISIS पुणे मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकी शहनवाज आलम के कबूलनामे में हुआ बड़ा खुलासा. गोधरा दंगे का बदला लेने के लिए ISIS पूरे गुजरात मे करवाना चाहती थी सिलसिले तरीके से बड़े बम ब्लास्ट. जानकारी के मुताबिक, आतंकियों के निशाने पर थे गुजरात के गांधी नगर, अहमदाबाद, बडोदरा और सूरत. इसके अलावा आतंकियों के निशाने पर गुजरात के भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, जिला न्यायलय, विश्वविद्यालय, कई मंदिर, यहूदी स्थल और भीड़भाड़ वाले इलाके.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आतंकी बड़े हमले को अंजाम देने से पहले 2023 में ही इन जगहों की रेकी की थी. रेकी के दौरान कई जगहों की तस्वीरें भी खींची थीं. आंतकियों ने रेलवे स्टेशन, सिनेमा हॉल समेत कई भीड़भाड़ वाले इलाकों की रेकी की थी. पूछताछ के दौरान पुलिस को जानकारी मिली की आतंकियों में बोहरा की मस्जिद, दरगाह, अहमदाबाद की मजार, दरगाह और साबरमती आश्रम की तस्वीरें भी खींची हैं. इन जगहों पर रेकी भी की गई थी. रेकी के लिए आतंकी किराए की बाइक का इस्तेमाल कर रहे थे.

ISIS के हैंडलर अबु सुलेमान के कहने पर गुजरात को टारगेट करने का बनाया था प्लान

हैंडलर अबु सुलेमान के कहने पर अपने साथी रिजवान अली और इमरान के साथ मिलकर अहमदाबाद, बडोदरा और सूरत को घेरने का फ़ैसला किया था. जानकारी के मुताबिक, रिजवान अली फरार है.

जनवरी 2023 में दो दिनों के लिए आतंकी ट्रेन से अहमदाबाद पहुचे थे. यहां पहुंचते ही इन सभी आतंकियों ने सभी जगहों की रेकी की थी. आतंकी बडोदरा पहुंचते ही रेलवे स्टेशन के बगल में एक होस्टल में एक कमरा किराए पर लेते हैं और रेंट पर एक बाइक किराए पर लेकर इन जगहों की रेकी करते हैं. फिर उसी शाम ट्रेन से सूरत का रुख करते हैं. आतंकी जहां पर वो फिर किराए पर एक स्कूटी लेते हैं, सूरत रेलवे स्टेशन के पास एक किराए का कमरा लिया जाता है और फिर सूरत शहर की रैकी की जाती है.  सूरत में यहूदी केंद्र, हीरा बाजार, जिला अदालत, मंदिर इस्कॉन सहित करीब 7 मन्दिरों की रैकी की जाती है. रेकी करने के बाद आतंकी मुंबई लौटते हैं और पुणे जाकर तमाम जगहों की रेकी करते हैं. सभी रेकी किए गए फोटोग्राफ्स और वीडियोग्राफी की एक फाइल तैयर कर अबु सुलेमान को भेज देते हैं.

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शहनवाज ने बताया कि उसने अपनी माली हालत ठीक करने के लिए हजारीबाग मे  करीब 7 से 8 आपराधिक वारदातों को अंजाम भी दिया और उसके बाद वो जेहाद के लिए तैयार होने लगा.

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शहनवाज का झारखंड से है नाता

31 साल का शाहनवाज आलम हजारीबाग का रहने वाला है.शहनवाज आलम के मोबाइल फोन से बम बनाने की दर्जनों तस्वीरों को बरामद किया गया है. शहनवाज के मुताबिक, उसकी पत्नी एक हिन्दू थी जिसे उसने इस्लाम धर्म कबूल करवा के मुस्लिम बनाया.दोनो की मुलाकात AMU में हुई और उसकी पत्नी भी आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गई.

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अनवर अवलाकी अल कायदा का टॉप मोस्ट आतंकी जो US की आर्मी स्ट्राइक में मारा गया था

शहनवाज का गुरु यही अनवर अवलाकी था जिससे प्रभावित होकर उस पर आतंकी बनने का जुनून सवार हुआ.  फिर वो ऑनलाइन साइट्स पर रेडिक्लाइज मुस्लिम के ग्रुप्स औऱ ISIS के हैंडलर से जुड़ गया. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने ISIS के तीन आतंकियों शहनवाज आलम, मोहम्मद रिजवान अशरफ, और मोहम्मद अरशद बारशी को गिरफ्तार किया था

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गुजरात रेकी में शहनवाज आलम के साथ इमरान जिसे पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था और यनुस साकी जिसे भी पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था दोनों शामिल थे. शाहनवाज ने बाजार से केमिकल लेकर बम बनाने के कई प्रयोग किए और जंगलों में विस्फोट कर उसका डेमो भी किया.