मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सोमवार को दो दिवसीय ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट शुरू हुई. इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि भोपाल को इस आयोजन के जरिए नई पहचान मिलने वाली है. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में भोपाल में नया रिकॉर्ड बन रहा है. आमतौर पर भोपाल शब्द को जैसे ही गूगल पर सर्च किया जाता था, तो भोपाल गैस त्रासदी के माध्यम से अतीत की एक काली छाया को लेकर हमेशा से कष्ट महसूस होता था, लेकिन भोपाल अब ग्लोबल रूप से एक अलग नई पहचान बनाने जा रहा है.
पीएम मोदी के नेतृत्व में होगा विकास
प्रधानमंत्री ने "सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विश्वास" का मंत्र दिया है, जिसमें संदेश समाहित है संभावनाओं का. अनंत आकाश में हम सब मिलकर आशाओं की ज्योति जगाते हैं और इससे एक नहीं, बल्कि सभी के आंगन रोशन होते हैं और यही हमारे सनातन संस्कृति की गौरवशाली विरासत रही है.
पूरा मामला समझिए
प्रधानमंत्री मोदी के वर्ष 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के संकल्प की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत को 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प भारतवासियों ने लिया है. इस संकल्प को पूरा करने के लिए हम विकसित मध्य प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसी क्रम में हमने अगले पांच वर्ष में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य निश्चित किया है. इसके लिए प्रयास जारी हैं.
एक वर्ष में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव आयोजित किया गया. इसकी शुरुआत उज्जैन से हुई और उसके बाद ग्वालियर, जबलपुर, सागर, रीवा, शहडोल, नर्मदापुरम जैसे संभाग केंद्र पर पहुंचे. इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रम हुए. इसके अलावा मध्य प्रदेश सरकार देश-विदेश के उद्योगपतियों से लगातार सतत संपर्क संवाद करते हुए उनकी आवश्यकताओं, भविष्य की चुनौतियों को समझने का प्रयास कर रही है और निवेश को प्रोत्साहित करने का रोडमैप तैयार किया है.