भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने गाजीपुर बॉर्डर पर कैमरे के सामने एक शख्स को थप्पड़ जड़ दिया और उसे फौरन धरना स्थल छोड़ने को कहा. गाजीपुर बॉर्डर पर उनकी अगुवाई में सैकड़ों किसान तीनों नए कृषि कानूनों के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. थप्पड़ मारने के बाद राकेश टिकैत ने कहा, "वह हमारे संगठन का सदस्य नहीं है. वह लाठी उठा रहा था और कुछ गलत करने ही वाला था. वह मीडिया वालों से भी दुर्व्यवहार कर रहा था. जो भी यहां बुरे इरादे या गलत मानसिकता से है, फौरन ये जगह छोड़ दे."
इस बीच, केंद्र ने किसानों के विरोध के कारण गाजियाबाद में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की चार कंपनियों की तैनाती की अवधि 4 फरवरी तक बढ़ा दी है. उनकी तैनाती पहले 28 जनवरी तक थी लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के धरना-प्रदर्शन जारी रहने के बाद अब उसे आगे बढ़ा दिया गया है.
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गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को गाजियाबाद जिला प्रशासन ने धरना स्थल खाली करने का नोटिस भी थमाया है लेकिन किसानों ने जगह खाली करने से इनकार कर दिया है. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने राकेश टिकैत को नोटिस जारी कर पूछा है कि 26 जनवरी को किसानों के ट्रैक्टर मार्च से जुड़े एग्रीमेंट तोड़ने के आरोप में क्यों न उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाय?
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दिल्ली पुलिस ने अपने नोटिस में कहा है, "आपको अपने संगठन से जुड़े ऐसे अपराधियों का नाम उपलब्ध कराने के लिए भी निर्देशित किया जाता है जो हिंसक वारदातों में शामिल थे. आपको तीन दिनों के भीतर अपनी प्रतिक्रिया देने का भी निर्देश दिया जाता है." गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च के दौरान फैली हिंसा में अब तक दिल्ली पुलिस ने 25 आपराधिक केस दर्ज किए हैं और 19 लोगों को गिरफ्तार किया है.