Exclusive: भारत अंतरिक्ष यात्री भेजता है और पाकिस्तान आतंकवादी...DRDO के पूर्व डायरेक्टर वीके सारस्वत

डॉ. सारस्वत ने कहा कि पाकिस्तान को लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आतंकवाद सामाजिक संरचना के लिए अभिशाप है.

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नई दिल्ली:

एक देश है जो अपने नागरिकों को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है, और दूसरा जो अब भी आतंक को पनाह दे रहा है. भारत और पाकिस्तान की यही दो तस्वीरें इन दिनों चर्चा में हैं. इस मुद्दे पर एनडीटीवी ने DRDO के पूर्व प्रमुख और नीति आयोग के सदस्य  डॉ. वी.के. सारस्वत से बात की. NDTV को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हम अपने युवाओं को रॉकेट और विज्ञान की ओर ले जा रहे हैं, और हमारे पड़ोसी अब भी बंदूक और बारूद से खेलने में लगे हैं.

यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब भारत में चार अंतरिक्ष यात्रियों को चुनकर गगनयान मिशन की तैयारी तेज़ हो गई है. दूसरी तरफ, पाकिस्तान की धरती से आए आतंकियों ने बीते महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हमला किया, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे. जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान और POK में मौजूद नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया.  डॉ. सारस्वत ने कहा कि ये दो देशों की सोच का फर्क है एक शांतिपूर्ण विज्ञान की राह पर, दूसरा हिंसा और कट्टरता की गली में भटक रहा है. 

गगनयान भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है, जो विज्ञान, आत्मनिर्भरता और वैश्विक सहयोग की मिसाल बनने वाला है. वहीं, पाकिस्तान की पहचान दुनिया भर में अब भी आतंकी घटनाओं और चरमपंथ के चलते ही बन रही है. 

यह कहानी सिर्फ दो देशों की नीतियों की नहीं, बल्कि उनके सपनों और प्राथमिकताओं की है. एक ओर सितारों तक पहुंचने का सपना है, दूसरी ओर सीमाओं पर बारूद का धुआं है. 

डॉ. सारस्वत ने कहा कि पाकिस्तान को लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आतंकवाद सामाजिक संरचना के लिए अभिशाप है. इससे घृणा की जानी चाहिए और इसे समाप्त किया जाना चाहिए. अराजकता पैदा करने के बजाय, पाकिस्तान को अपने लोगों की बेहतरी के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.  

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