लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Election 2024) में देश को एकजुट करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) 7 सितंबर से 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) पर निकले हैं. आज इस यात्रा का 65वां दिन हैं. कांग्रेस की ये यात्रा जनता से क्या हासिल कर पा रही है? क्या इस यात्रा का उद्देश्य पूरा हो रहा है? क्या कांग्रेस की दिशा तय हो पा रही है? इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए NDTV ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश से खास बातचीत की. जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का असर महसूस किया जाने लगा है. बीजेपी की बौखलाहट इसका सबूत है.
NDTV से बातचीत में जयराम रमेश ने कहा, 'कांग्रेस के घटक दल भारत जोड़ो यात्रा को समर्थन कर रहे हैं. हर जगह इसे जनता का अच्छा खासा जुड़ाव मिल रहा है. हमारा भरपूर स्वागत किया गया है. राहुल गांधी की इस यात्रा का असर दिख रहा है. महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले से ये यात्रा आज हिंगोली पहुंच गई है. कल नांदेड़ में एक शानदार रैली हुई. जहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मौजूद थे. एनसीपी की सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल भी मौजूद थे. आज उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए.'
भारत जोड़ो यात्रा का क्या लक्ष्य है और इसका क्या असर देखा जा रहा है? इसके जवाब में जयराम रमेश ने कहा, 'विपक्षी दल की भारत जोड़ो यात्रा का असर पहले से ही महसूस किया जा रहा है, इसका असर आप इसी से समझ सकते हैं कि पीएम मोदी 4 दक्षिण राज्यों का दौरा कर रहे हैं. उन राज्यों में कांग्रेस की यात्रा पहले ही हो चुकी है. मेरी समझ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को दौरे के लिए इसलिए चुना, क्योंकि इन्हीं राज्यों में पिछले 60 दिनों में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा गुजरी है.'
जयराम रमेश ने कहा, 'राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को न केवल कांग्रेस समर्थकों, न सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन मिल रहा है. बल्कि पार्टी के आलोचक भी इस यात्रा में शामिल हुए हैं. और जो त्रिशंकु हैं... यानी जो न हमारे समर्थक हैं और न हमारी आलोचना करते हैं. वो भी जानना चाहते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा क्या है? ये क्यों शुरू की गई है? राहुल गांधी क्या कर रहे हैं?'
उन्होंने कहा, 'मैं समझता हूं कि कांग्रेस की इस यात्रा से बीजेपी काफी घबरा गई है. बौखला गई है. इसलिए पीएम मोदी का दौरा हो रहा है. बेशक दौरे पर कई तरह के फोटो ऑप्शन होंगे. लेकिन कोई भी हरकत लोगों के साथ चलने और उनकी बातों को सुनकर उनसे बने रिश्ते की बराबरी नहीं कर सकती.'
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ 7 सितंबर को कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा' पर निकले थे. यात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से होकर गुजरी है और वर्तमान में महाराष्ट्र में है.
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