'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' वैचारिक यात्रा, चुनावी नहीं : कांग्रेस

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि आज देश के सामने एक ऐसी विचारधारा की चुनौती है जो ध्रुवीकरण, अमीरों को और अमीर बनाने तथा राजनीतिक तानाशाही में विश्वास करती है.

विज्ञापन
Read Time: 24 mins
इंफ़ाल:

कांग्रेस ने अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा ' की शुरुआत से एक दिन पहले शनिवार को दावा किया कि यह यात्रा चुनावी नहीं, बल्कि वैचारिक यात्रा है तथा यह पिछले 10 साल के 'अन्याय काल' के खिलाफ निकाली जा रही है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि आज देश के सामने एक ऐसी विचारधारा की चुनौती है जो ध्रुवीकरण, अमीरों को और अमीर बनाने तथा राजनीतिक तानाशाही में विश्वास करती है.

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि देश में अब लोकतंत्र कम, 'एक तंत्र' ज्यादा है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'पहले कांग्रेस ने 'भारत जोड़ो यात्रा' निकाली थी जो देश की राजनीति के लिए परिवर्तनकारी क्षण लेकर आयी...पहला कदम 'भारत जोड़ो यात्रा' था और दूसरा कदम 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' है.'

रमेश ने दावा किया, 'आजकल प्रधानमंत्री देश को अमृतकाल के सुनहरे सपने दिखा रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि पिछले 10 साल अन्याय काल निकले. अन्याय काल की कोई बात नहीं होती, सिर्फ अमृतकाल की बड़ी बड़ी बातें होती हैं.'

Advertisement
उनका कहना था कि यह यात्रा सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अन्याय के खिलाफ है. रमेश ने कहा, 'संविधान की बुनियाद न्याय है, इसलिए 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' निकाली जा रही है.'' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह एक राजनीतिक पार्टी की यात्रा है, लेकिन यह वैचारिक यात्रा है, चुनावी यात्रा नहीं है.

कांग्रेस महासचिव रमेश ने कहा, ' आज सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हम एक ऐसी विचारधारा का सामना कर रहे हैं जो ध्रुवीकरण करने वाली, अमीरों को और अमीर बनाने की बात करने वाली है तथा राजनीतिक तानाशाही में विश्वास करती है.''

Advertisement

उन्होंने आरोप लगाया, 'आज संविधान और संसद को नजरअंदाज किया जा रहा है. आज लोकतंत्र कम, एक तंत्र ज्यादा है. यह एक ही व्यक्ति का तंत्र है.''

Advertisement

कांग्रेस रविवार से राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू करेगी, जिसके जरिये उसका प्रयास होगा कि लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों को विमर्श के केंद्रबिंदु में लाए जाए.

Advertisement

14 जनवरी को शुरू होगी यात्रा

यह यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर की राजधानी इंफाल के निकट थोबल से शुरू होगी और मार्च के तीसरे सप्ताह में मुंबई में इसका समापन होगा. कांग्रेस का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले निकाली जा रही यह यात्रा 67 दिन में 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी.

ये भी पढ़ें- AAP ने केंद्र पर दिल्ली की झुग्गी बस्तियों को ध्वस्त करने का आरोप लगाया, अभियान की घोषणा की

ये भी पढ़ें- 'इंडिया' गठबंधन की बैठक में नीतीश को संयोजक बनाने का प्रस्ताव आया था : संजय झा

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Gujarat Hit & Run | 'एक और राउंड'... Vadodara में नशे में धुत ड्राइवर ने महिला को कुचला, मौत
Topics mentioned in this article