रक्षा मंत्रालय ने भारतीय नौसेना के लिए 2,960 करोड़ रुपये की लागत से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों (एमआरएसएएम) की खरीद के लिए सरकारी कंपनी भारत डायनेमिक्स लिमिटेड के साथ समझौता किया है. रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की उपस्थिति में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
मंत्रालय ने बयान में कहा कि एमआरएसएएम प्रणाली, एक मानक प्रणाली है जो अनेक भारतीय नौसेना जहाजों पर लगाई जाती है. इसे भविष्य में खरीदे जाने वाले अधिकतर जहाजों पर लगाने की भी योजना है.
इसमें कहा गया, यह समझौता भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने और उन्नत सैन्य प्रौद्योगिकी को स्वदेशी बनाने के लिए जारी प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘ आत्मनिर्भर भारत पर जोर देते हुए मिसाइलों की आपूर्ति बीडीएल द्वारा ‘बाय (इंडियन)' (भारतीय खरीदें) श्रेणी के तहत की जाएगी, जिसमें अधिकतर सामग्री स्वदेशी होगी.''
इसमें कहा गया , ‘‘ इस अनुबंध से विभिन्न सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) सहित रक्षा उद्योग में करीब 3.5 लाख मानव श्रम दिवस का रोजगार सृजित होगा.''