- मुरादाबाद के सदर कोतवाली क्षेत्र के जीएमडी रोड पर सावन माह में कांवड़ यात्रा के दौरान हिंदुओं सावधान लिखे पोस्टर लगाए गए हैं.
- पोस्टरों में आरोप लगाया गया है कि कुछ व्यापारियों ने धर्म बदलकर फास्ट फूड और खाने-पीने की चीजें बेचकर धार्मिक पहचान छिपाई है.
- पोस्टर लगाने वालों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, जिसके कारण शहर में अटकलों और चर्चा का माहौल बना हुआ है.
सावन माह में चल रहे कांवड़ यात्रा के दौरान कई शहरों से तनाव की खबरें सामने आ रही हैं. इस बीच एक खबर उत्तराखंड से सटे मुरादाबाद जिले से आई है. मुरादाबाद में उस वक्त तनाव का माहौल पैदा हो गया, जब सदर कोतवाली क्षेत्र के जीएमडी रोड पर 'हिंदुओं सावधान' (Hindus Beware) लिखे पोस्टर नजर आए. ये पोस्टर विशेष रूप से उन व्यापारियों के खिलाफ लगाए गए हैं, जिन पर धर्म बदलकर खाने-पीने की चीजें, खासकर फास्ट फूड, बेचने के आरोप हैं.
कांवड़ यात्रा के मद्देनजर लगाए गए इन पोस्टरों में आरोप लगाया गया है कि कुछ लोग अपने असली धार्मिक पहचान को छिपाकर व्यापार कर रहे हैं, जिससे हिंदुओं का 'धर्म भ्रष्ट' किया जा रहा है. ये पोस्टर शहर के व्यस्त जीएमडी रोड के खंभों और दीवारों पर प्रमुखता से चिपकाए गए हैं.
शहर में आखिर किसने लगाए पोस्टर?
इन पोस्टरों में दावा किया गया है कि धर्म बदलकर होटल चलाने के कई मामले सामने आए हैं, जिसके बाद मुरादाबाद में ऐसी चेतावनी जारी की गई है. हालांकि, इन पोस्टरों को लगाने वाले लोग अभी तक सामने नहीं आए हैं, जिससे शहर में अटकलों का बाजार गर्म है.
इन पोस्टरों ने स्थानीय प्रशासन के लिए भी एक चुनौती खड़ी कर दी है, क्योंकि यह सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ सकता है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन पोस्टरों के पीछे कौन है और उनका क्या मकसद है. कांवड़ यात्रा के दौरान ऐसी घटनाओं से सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी. इन पोस्टरों को लेकर शहर के विभिन्न वर्गों में चर्चा और बहस छिड़ गई है.