राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादी द्वारा कैदियों को कट्टरपंथी बनाने के मामले में चल रही जांच के सिलसिले में आज सात राज्यों में छापेमारी की. जानकारी के अनुसार आज सुबह से बेंगलुरु और तमिलनाडु समेत 7 राज्यों में छापेमारी चल रही है. एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि मंगलवार को सात राज्यों में 17 ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
बेंगलुरु शहर पुलिस ने सात पिस्तौल, चार हथगोले, एक मैगजीन, 45 कारतूस और चार वॉकी-टॉकी के जब्त होने के बाद मामला दर्ज (18 जुलाई, 2023 ) किया था. शुरुआत में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उनसे पूछताछ के बाद एक और शख्स की गिरफ्तारी हुई, जिससे मामले में अब तक कुल छह गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.
इस साल 12 जनवरी को, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बेंगलुरु लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) जेल कट्टरपंथ और 'फिदायीन' (आत्मघाती) हमले की साजिश मामले में एक आजीवन कारावास की सजा पाने वाले और दो भगोड़ों सहित आठ लोगों पर आरोप पत्र दायर किया है. सभी आठ आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया गया है.
इनको बनाया गया है आरोपी
इस मामले में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी टी. नासिर आरोपी है. जो कि जेल में बंद है. नासिर ने बेंगलुरु की केंद्रीय जेल में पांच लोगों को कट्टरपंथी बनाया था. जबकि आरोपी जुनैद अहमद उर्फ जेडी और सलमान खान के विदेश भाग जाने का संदेह है. अन्य की पहचान सैयद सुहैल खान उर्फ सुहैल, मोहम्मद उमर उर्फ उमर, जाहिद तबरेज उर्फ जाहिद, सैयद मुदस्सिर पाशा और मोहम्मद फैसल रब्बानी उर्फ सदाथ के रूप में हुई है.
एनआईए ने पिछले साल अक्टूबर में मामले को अपने हाथ में लिया था और तब जुनैद अहमद के घर सहित कई जगहों पर तलाशी ली थी.
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