राज्यपाल को मैंने बुलाया था... भगदड़ मामले में CM सिद्धारमैया का बड़ा बयान, फिर कटघरे में गोविंद राजू

RCB कार्यक्रम के आयोजन में पुलिस की तैयारी की कमी को लेकर सरकार की आलोचना हो रही है, जिसकी वजह से मुख्यमंत्री ने पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद सहित 5 वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया और आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
बेंगलुरु भगदड़ मामले पर सीएम सिद्धारमैया.
बेंगलुरु:

कर्नाटक का चिन्नास्वामी स्टेडियम भगदड़ मामला (Bengaluru Stampede) अब तक थमने का नाम नहीं ले रहा है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने RCB के सम्मान समारोह को लेकर हो रहे राजनीतिक विवाद और मीडिया रिपोर्टिंग पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर कर कहा कि राज्यपाल थावर चंद गहलोत को कार्यक्रम में बुलाने की जिम्मेदारी उनकी ही थी. इसे लेकर जो भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, वे पूरी तरह गलत हैं.

राज्यपाल की उपस्थिति को स्वैच्छिक बताना पूरी तरह भ्रामक

मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 जून को कर्नाटक क्रिकेट संघ (KSCA) और RCB ने खिलाड़ियों के सम्मान में एक समारोह आयोजित किया था. मुझे सुबह 11:29 बजे एक कॉल आया और कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया. मैंने अपनी उपस्थिति के लिए सहमति दी. मुख्य सचिव को मैंने निर्देश दिए कि ज़रूरी व्यवस्थाएं की जाएं. उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि राज्यपाल की उपस्थिति को स्वैच्छिक बताना पूरी तरह भ्रामक है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि राज्यपाल खुद कार्यक्रम में पहुंचे. लेकिन यह सच नहीं है. 

मैंने ही गवर्नर को बुलाया

कर्नाटक सीएम ने कहा कि मेरे राजनीतिक सचिव गोविंद राजू मेरे पास आए, राज्यपाल को फोन मिलाया और मुझे पकड़ा दिया. मैंने राज्यपाल को फोन कर कार्यक्रम की जानकारी दी और अपने जाने की बात कहते हुए उनसे भी साथ आने के लिए कहा. इसके बाद राज्यपाल आए.मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बारिश की वजह से कार्यक्रम को 20 मिनट के भीतर ही समाप्त करना पड़ा था.

गोविंद राजू ने किया था कार्यक्रम के लिए तैयार

जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के राजनीति सलाहकार गोविंद राजू ने ही उनको विधानसभा में होने वाले कार्यक्रम के लिए तैयार किया था. इसीलिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गोविंद राजू को अपने राजनीतिक सलाहकार के पद से हटा दिया.

कर्नाटक सीएम का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब RCB कार्यक्रम को लेकर सरकार की आलोचना हो रही है, खासकर चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ के बाद. कार्यक्रम के बाद राज्यपाल की उपस्थिति को लेकर राजनीतिक हलकों में यह सवाल उठाया गया था कि क्या उन्होंने अपने स्तर पर शामिल होने का फैसला किया था या सरकार के कहने पर आए थे. अब मुख्यमंत्री के इस स्पष्टीकरण से यह साफ हो गया है कि राज्यपाल की उपस्थिति सरकार के आमंत्रण पर ही थी.

पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल

RCB कार्यक्रम के आयोजन में पुलिस की तैयारी की कमी को लेकर भी सरकार की आलोचना हो रही है. हजारों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं थी. परिणामस्वरूप, स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हुए.
इसके बाद मुख्यमंत्री ने पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद सहित 5 वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया और आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए.

Advertisement

सीएम सिद्धारमैया का बयान इस विवाद को शांत करने की कोशिश है, लेकिन इससे जुड़े कई सवाल अब भी कायम हैं. जैसे

  • कार्यक्रम की अनुमति किसने दी?
  • क्या मुख्यमंत्री को जानकारी थी कि भीड़ जुट रही है?
  • क्या जिम्मेदारी सिर्फ पुलिस की थी, या आयोजकों की भी?

Featured Video Of The Day
Bihar Elections 2025: RJD के निशाने पर Deputy CM Vijay Sinha, ये है वजह | Tejashwi Yadav