चीन, जापान और अमेरिका में कोरोना के बढ़ते मामलों (COVID-19 Case) ने भारत सरकार को अलर्ट कर दिया है. वहीं, राज्य सरकारें भी अपनी-अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में जुट गई हैं. इसी कड़ी में कर्नाटक सरकार ने राज्य के बेंगलुरु के केम्पगौड़ा इंटरनेशल एयरपोर्ट पर पैसेंजरों स्क्रीनिंग (Screening Passengers) करने का फैसला किया है. ये जानकारी स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने दी. के सुधाकर ने कहा है कि हमें वैश्विक स्थिति के मद्देनजर कुछ एहतियाती कदम उठाने होंगे. KIA में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की भारी आमद है. हम वहां यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू करेंगे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, राज्य सरकार ने कोरोना के उभरते वेरिएंट पर नज़र रखने के लिए जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए पॉजिटिव सैंपल भेजने का फैसला किया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने इसके साथ ही लोगों को बूस्टर डोज लगवाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना पर एक्शन के लिए सीएम बासवराज की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय मीटिंग की जाएगी.
बेलगावी में मीडिया से बात करते हुए डॉ. के सुधाकर ने कहा कि चीन और जापान समेत कुछ देशों में मामलों में अचानक तेजी देखी जा रही है. चीन में अस्पताल में भर्ती होने की दर विशेष रूप से खतरनाक रही है. ऐसे में हमें अभी से अपनी तैयारियों को मजबूत करना चाहिए.
मंत्री ने कहा, "इसलिए, हमें बूस्टर डोज कवरेज पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है. केंद्र के दिशा-निर्देशों के अनुसार नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे जाएंगे. अगले कदमों पर चर्चा के लिए सीएम की अध्यक्षता में मीटिंग होगी."
डॉ. के सुधाकर ने कहा, ''वैश्विक स्थिति के मद्देनजर हमें कुछ एहतियाती कदम उठाने होंगे. बेंगलुरु एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की भारी आमद है. हम वहां यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू करेंगे. हमने वैक्सीन की दो खुराक में 100 प्रतिशत कवरेज हासिल कर लिया है, बहुत से लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज नहीं ली है. जिन लोगों को अभी तक बूस्टर शॉट्स नहीं मिले हैं, उन्हें स्वेच्छा से आगे आना चाहिए."
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बताया गया है कि बीते 24 घंटों में कोरोना के सिर्फ 131 मामले दर्ज किए गए. एक्टिव केस की संख्या भी कम हो रही है. ताजा अपडेट्स के मुताबिक, देश में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 3,408 रह गई है. इससे पहले देश में कुल 3 हजार 490 एक्टिव केस थे, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं.
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