बंगाल में संदेशखाली की घटना को लेकर जारी विवादों के बीच वहां जा रहे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की पुलिस के साथ झड़प हो गयी. इस घटना में उन्हें हल्की चोट लगी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार (Sukant Majumdar) को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. संदेशखाली में स्थानीय महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके साथियों पर आरोप लगाया था. मजूमदार उसके बाद से बंगाल के उत्तरी -24 परगना के एक इलाके में डेरा डाले हुए हैं.
प्रदेश भाजपा चीफ प्रमुख और अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने बशीरहाट में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर धरना दिया और मांग की कि उन्हें संदेशखाली जाने की मंजूरी दी जाए. स्थानीय प्रशासन ने शांति भंग होने की आशंका जताते हुए इलाके में निषेधाज्ञा लागू कर दी है.
"घर में नजरबंद" करने का लगाया आरोप
बुधवार सुबह मजूमदार ने आरोप लगाया कि उन्हें "घर में नजरबंद" कर दिया गया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई ने उनके हवाले से लिखा है, "कल के प्रदर्शन के बाद मैंने टाकि में एक लॉज में रहने का फैसला किया ताकि यथाशीघ्र संदेशखालि जा सकू. लेकिन सुबह से ही पुलिस ने मेरे लॉज के प्रवेश द्वार को बाधित कर दिया है और किसी को बाहर जाने नहीं दे रही है." हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है.
कौन है शाहजहां शेख?
शेख शाहजहां टीएमसी के नेता हैं. पिछले महीने जब प्रवर्तन निदेशालय की टीम उनके आवास पर छापेमारी के लिए पहुंची थी तो उनके समर्थकों ने अधिकारियों पर हमला कर दिया था. इस घटना का कथित मास्टरमाइंड तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख को माना जाता है. ईडी के अधिकारी राशन वितरण घोटाले की जांच के मामले में शेख के घर पहुंचे थे. इस घटना के लगभग एक महीने बाद दर्जनों महिलाओं ने मीडिया के सामने आकर शाहजहां शेख के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद से एक बार फिर यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है.
स्मृति ईरानी ने टीएमसी पर बोला था हमला
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि TMC के गुंडे लड़कियां उठा रहे हैं. स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी से सवाल पूछा कि ममता बनर्जी टीएमसी कार्यकर्ताओं को यह इजाजत कैसे दे रही है कि वो घर-घर जाकर गुंडागर्दी कर रहे हैं.
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