कांग्रेस सांसद शशि थरूर बिहार में हुए बुनियादी और सांस्कृतिक विकास को देखकर काफी प्रभावित नजर आए. 'नालंदा लिटरेचर फेस्टिवल' में हिस्सा लेने पहुंचे थरूर ने खुले मन से स्वीकार किया कि बिहार को लेकर उनकी पुरानी धारणाएं अब पूरी तरह बदल चुकी हैं. बिहार की ऐतिहासिक विरासत और आधुनिक बुनियादी ढांचे के संगम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं सभी भारतीयों से यह कहना चाहता हूं कि उन्हें पाटलिपुत्र का गौरव, विश्व स्तरीय बिहार संग्रहालय और राष्ट्रपिता को समर्पित भव्य बापू टावर को अवश्य देखना चाहिए.
शशि थरूर
उन्होंने कहा कि मैं 20 साल में बिहार का विकास देखकर चकित हूं. उन्होंने कहा कि पहले कहा जाता था कि लोग यहां रात को नहीं निकलते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं है. यहां की सड़कें कितनी अच्छी हो गई हैं.
थरूर ने बिहार की सड़कों की तारीफ करते हुए कहा कि यहां सेफ्टी और सुरक्षा अच्छी हुई है. उन्होंने अपने एक सहायक के बयान को याद करते हुए कहा कि एक समय बिहार में कोई शाम साढ़े चार बजे के बाद घर से नहीं निकलता था लेकिन अब सब ठीक है. थरूर ने कहा कि वो रात में साढ़े 10 बजे सड़क पर घूमे हैं. उस दौरान उन्होंने कई लोगों को रात में टहलते देखा. उन्होंने पिछले 20 साल में बिहार में हुए कामों की जमकर तारीफ की.














