प्रियंका को बांसुरी का जवाब! JPC की बैठक में 'नेशनल हेराल्ड की लूट' लिखा बैग लेकर पहुंचीं

जेपीसी में इस बैग के साथ पहुंचने पर बांसरी स्वराज ने कहा कि ये पहली बार है जब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ माने जाने वाले मीडिया में भ्रष्टाचार हुआ है.

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JPC की बैठक में नए बैग के साथ पहुंची सांसद बांसुरी स्वराज

नई दिल्ली:

राजनीति में कई बार जो चीजें आप बोलकर नहीं समझा सकते उससे कहीं ज्यादा बेहतर तरीके से वो चीज सांकेतिक तौर पर आप कर सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद बांसुरी स्वराज जब 'वन नेशन वन इलेक्शन' को लेकर होने वाली जेपीसी की बैठक में पहुंची तो उनके कंधे पर एक बैग था. अब ये बैग खूब सुर्खियां बंटोर रहा है. दरअसल, इस बैग पर लिखा था 'नेशनल हेराल्ड की लूट'. बांसुरी के इस बैग की तुलना प्रियंका गांधी के फिलिस्तीन लिखे बैग से कर रहे हैं. लोग बांसुरी के इस कदम को उसका जवाब भी मान रहे हैं. 

बांसुरी स्वराज ने क्या कुछ कहा सुनें...

जेपीसी में इस बैग के साथ पहुंचने पर बांसरी स्वराज ने कहा कि ये पहली बार है जब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ माने जाने वाले मीडिया में भ्रष्टाचार हुआ है. ईडी की चार्जशीट कांग्रेस की पुरानी कार्यशैली और विचारधारा को उजागर करती है. सेवा की आड़ में वे सार्वजनिक संस्थानों को अपनी निजी संपत्ति बढ़ाने का साधन बनाते हैं. ये बहुत गंभीर मामला है. इन लोगों ने दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को कोड़ियों के भाग में महज 50 लाख रुपये में यंग इंडिया ने हड़प ली. यंग इंडिया ऐसी कंपनी है जिसकी 76 फीसदी ऑनरशिप गांधी परिवार की है. 

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बांसुरी स्वराज ने आगे कहा कि इसे कहते हैं चोरी और ऊपर से सीना जोरी. मैं पूछना चाहती हूं कि ये जो इतना गंभीर आरोप लगा है जो चार्जशीट से उभरकर आया है. आरोप है कि कांग्रेस ने राजनीतिक फंडिंग का दुरुपयोग कर लोन दिया. और दो हजार करोड़ की सार्वजनिक संपत्ति हड़प ली. 

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जब प्रियंका गांधी के बैग की हुई थी चर्चा

आपको बता दें कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस की सांसद प्रियंका गांधी फिलिस्तीन के लोगों के प्रति समर्थन और एकजुटता दिखाने के लिए अपने साथ एक हैंडबैग लेकर संसद में पहुंचीं थी. उस बैग पर फिलिस्तीन लिखा हुआ था. जबकि इसके अगले दिन ही प्रियंका गांधी संसद में एक और नए बैग के साथ पहुंचीं थी. उस बैग पर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा का विरोध करते हुए लिखा हुआ था कि बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हो. 

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